कॉल ऑप्शन का उदाहरण

D ) "दोन स्टॉप लॉस की कीमतों में जो छोटी है, वह स्टॉप लॉस चुनें।" और जाहिर सी बात है की इससे लॉस कम होगा।
शेयर मार्किट में CE और PE क्या है? 5 मिनट में समझें [2022] | What is CE & PE Stock Market Example in Hindi?
जो लोग वित्तीय पृष्ठभूमि से नहीं हैं, उनके लिए ऑप्शन ट्रेडिंग भ्रम से भरी है। बहुत सारे शब्द कॉल ऑप्शन का उदाहरण हैं जिन्हें समझना मुश्किल है। अगर आप शेयर मार्किट में CE और PE को अच्छे से समझना चाहते हो तो यह ब्लॉग पोस्ट सिर्फ आपके लिए है। पहली बार जब कोई ऑप्शन ट्रेडिंग सीखना शुरू करते हैं हर किसी के मन में यह सवाल आता है कि Stock Market में CE और PE क्या है?
तो लेख में हम इन शर्तों के बारे में आपके भ्रम को दूर करने के लिए उदाहरण के साथ सीई और पीई पर विवरण में चर्चा करेंगे। तो चलिए चर्चा करना शुरू करते हैं कि CE और PE क्या है?
Table of Contents
CE और PE क्या है? – What is CE & PE Share Market Example in Hindi?
CE कॉल ऑप्शन (Call Option) का शॉर्ट फॉर्म कॉल ऑप्शन का उदाहरण है, हालांकि वास्तव में इसका पूरा नाम कॉल यूरोपियन (Call European) है। CE निवेश अनुबंध (Contracts) हैं जो निवेशक को एक निश्चित समय सीमा के भीतर एक निश्चित लागत पर स्टॉक, बॉन्ड, उत्पाद, या अन्य संपत्ति या साधन खरीदने का अधिकार प्रदान करते हैं, वो भी बिना प्रतिबद्धता के।
मूल संपत्ति एक शेयर, बांड या कमोडिटी है। जब मूल संपत्ति का मूल्य बढ़ता है, तो कॉल खरीदार को लाभ होता है।
प्रतिभूतियों पर कॉल विकल्प (Call Option) निवेशक को एक निश्चित तिथि (समाप्ति तिथि) से पहले एक निश्चित कीमत (स्ट्राइक प्राइस) पर फर्म के शेयरों की निश्चित संख्या हासिल करने का विकल्प प्रदान करते हैं।
कॉल ऑप्शन (CE) कब खरीदें? – When to Buy Call Option in Hindi?
मान लें कि रिलायंस की वार्षिक कॉल ऑप्शन का उदाहरण आम बैठक (AGM) आ रही है, और आप उम्मीद करते हैं कि बैठक में एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया जाएगा। हालाँकि स्टॉक वर्तमान में INR 1950 पर कारोबार कर रहा है, आप मानते हैं कि यह समाचार कीमत को अधिक बढ़ा देगा, संभवतः INR 1950 से ऊपर।
हालांकि, आप कैश सेगमेंट में रिलायंस को खरीदने से सावधान हैं क्योंकि यह बहुत जोखिम भरा है, और आप इसे फ्यूचर्स मार्केट में नहीं खरीदना चाहेंगे क्योंकि फ्यूचर्स आपको असीमित जोखिम के लिए उजागर करता है।
आप घोषणा के परिणामस्वरूप दर में वृद्धि से चूकना नहीं चाहते हैं, और आप अस्थिरता को खत्म करने के लिए थोड़ी सी राशि का जोखिम उठाने को तैयार हैं। आपके लिए, एक कॉल विकल्प एकदम सही है।
उदाहरण:
आप विकल्प बाजार में कॉल ऑप्शन का उदाहरण तरलता के आधार पर, एक ऐसे समय में जब मौजूदा कीमत INR 1950 है, एक रिलायंस कॉल ऑप्शन में INR 1970 की स्ट्राइक लागत के साथ व्यापार करने में रुचि हो सकती है।
ऑप्शन ट्रेडिंग क्या होती है? Option Trading In Hindi
What is Option Trading in Hindi- ऑप्शन ट्रेडिंग को समजने के लिए काफी गहराई में जानना पड़ता है ऑप्शन ट्रेडिंग कोई सिंपल स्टॉक में निवेश करने जैसा मॉडल नहीं है ऑप्शन ट्रेडिंग का एक अलग प्रकार का मॉडल है ये थोड़ा टेक्निकल मॉडल है सबकुछ समज लेने के बाद आप इसमें ट्रेडिंग करना शुरू कर सकते है।
ऑप्शन क्या है- ऑप्शन का मतलब है आपके पास चयन करने का विकल्प है आप किसी भी किसी भी चीज़ का चयन कर सकते है आप इसमें पैसा लगा सकते है या तो तेजी में या मंदी में ऑप्शन ट्रेडिंग में आप मार्किट में आप गिरते हुए भाव पर भी पैसा लगा सकते है।
ऑप्शन ट्रेडिंग को अगर आसान तरीके से समजे तो इसका मतलब है की आपके पास चयन करने का विकल्प है जैसे अगर किसी शेयर का भाव 100 रुपए चल रहा है और ऑप्शन ट्रेडिंग में आपके पास ऑप्शन है की आप इसके बढ़ते भाव पर पैसा लगाएंगे या गिरते भाव पर पैसा लगाएंगे।
Call & Put ऑप्शन क्या होते है?
Option Trading In Hindi- ऑप्शन ट्रेडिंग में भी दो विकल्प call and put options trading in कॉल ऑप्शन का उदाहरण hindi होते है एक कॉल ऑप्शन और एक पुट ऑप्शन:-
call and put options trading in hindi- कॉल का मतलब होता है मार्किट में तेजी और पुट का मतलब मार्किट में मंदी अगर आप कॉल ऑप्शन में ट्रेडिंग करते है तो आप तेजी में ट्रेडिंग कर रहे है अगर आप पुट में ट्रेडिंग करते है तो आप मंदी में ट्रेडिंग कर रहे है कॉल खरीदते है तो हम ऊपर की और पैसा लगा रहे है पुट खरीदते है तो हम मंदी की और पैसा लगा रहे है।
What is call option in share market hindi- कॉल ट्रेडिंग में अगर आप खरीदते है तो तेजी हो जाती है और कॉल के अंदर अगर आप बेचते है तो मंदी हो जाती है।
What is Put option in share market hindi – पुट में अगर खरीदते है तो मंदी हो जाती है और अगर आप खरीदते है तो तेजी हो जाती है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में कितने तरीके से पैसे कमा सकते है?
ऑप्शन ट्रेडिंग में हम चार प्रकार से पैसे कमा सकते है जैसे:-
- Call Option Buy
- Put कॉल ऑप्शन का उदाहरण Option Buy
- Call Option Sell
- Put Option Sell
ऑप्शन ट्रेडिंग Option Trading In Hindi में लोग इन्ही चार तरीको से पैसे कमाते है
Option Trading कैसे करे
how to start option trading hindi -ऑप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आप एक कंपनी का 1 शेयर नहीं खरीद सकते आपको LOT में खरीदना पड़ेगा. Nifty50 का एक Lot 75 का होता है how to start option trading hindi लेकिन शेयर में ज्यादा होता हैं। किसी भी शेयर और Nifty50, Bank NIfty का Option खरीदने के लिए आपको जाना होगा आपके Demat Account में। उसके बाद जो भी खरीदना है उसमे आपको देखने को मिलेगा Option Chain आप उस पर से आपको Call या Put जो भी खरीदना है खरीद सकते हैं।
ऑप्शन ट्रेडिंग में बहुत ज्यादा रिस्क होता है Option Trading In Hindi इसलिए इसको पूरी जानकारी के साथ शुरू कीजिये इसमें पैसे भी बनाये जा सकते है इसलिए इसके बारे में ज्यादा से जायदा जानकारी जानने के बाद ही ऑप्शन ट्रेडिंग में ट्रेडिंग करे।
स्टॉक मार्केट में Out of the Money ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें ?
दूर का ऑप्शन, जी हाँ दोस्तों, जो की हमेशा एक्ट्रॅक्टिव्ह दिखता है। हमें ललचाता भी है अपने परफॉर्मन्स से! यह हो जाता है 5 रूपये से 50 का 100 का या उससे भी ज्यादा। है ना?
दूर का छोटा ऑप्शन याने की ऐसा ऑप्शन जो अंडरलेयिंग असेट (शेअर,इंडेक्स) के "चालू कीमत से काफी दूर होता है।" यह हम सभी को मालूम है। कीमत के उतार-चढ़ाव से ऑप्शन में हलचल होती है। "तेज और बड़े बदलाव से" ही दूर के ऑप्शन में बड़ी बढ़त या गिरावट आती है। इस पर हमारा एकमत हो सकता है।
और इस पर भी की बड़े मुव्ह किसी बड़े फंडामेंटल या टेक्निकल के कारण ही आतें है। इसलिए स्ट्रॉन्ग फंडामेंटल न्यूज़ या टेक्निकल सेट अप को बनते हुए देखकर ही Out Of The Money ऑप्शन्स में B.T.S.T. का ट्रेड लिया जाता है।
दूर का कॉल ऑप्शन ( Out Of The Money Call Option)
उदाहरण
1 ) कंपनी के शेअर की कीमत Rs. 500 है। ऑप्शन के लिए स्ट्राइक प्राइस 5 रूपये के फर्क से है। तो Rs. 500 से ज्यादा की स्ट्राइक प्राइसेस जैसे की 505, 510, 515, . कॉल ऑप्शन आउट ऑफ़ द मनी कहलातीं है। यहाँ दूर का छोटा कॉल ऑप्शन Rs. 550 स्ट्राइक प्राइस का हो सकता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग में कितना चार्ज लगता है?
इसे सुनेंरोकेंजेरोधा ऑप्शन कमोडिटी के समान ही करेंसी के लिए शुल्क लेता है यानी 0.03% या ₹20 / निष्पादित ऑर्डर (जो भी कम हो). उदाहरण के लिए, यदि आपने ₹50,000 में 50 लॉट खरीदा है। तो अगर आप 50 का 0.03 प्रतिशत गणना करते है तो यह 1.5 होता है।
ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे शुरू करें?
इसे सुनेंरोकेंकमोडिटी मार्केट में ऑप्शन ट्रेडिंग शुरू करने के लिए सबसे पहले ट्रेडिंग अकाउंट होना जरूरी है। अगर पहले से ही फ्यूचर बाजार में खाता है तो अपने ब्रोकर को ऑप्शन ट्रेडिंग के लिए सहमति पत्र देना होगा। इस अकाउंट के जरिए ही निवेशक कमोडिटी एक्सचेंज में फ्यूचर या ऑप्शन में किसी सौदे की खरीद या बिक्री कर सकते हैं।
ज़ेरोधा में ऑप्शन ट्रेडिंग कैसे करें?
जेरोधा काइट में ट्रेड कैसे करें?
- Zerodha Kite वेबसाइट या मोबाइल ऐप पर लॉग इन करें
- अपने Zerodha अकाउंट में फंड जोड़ें
- अपनी मार्केट वॉच में अपनी इच्छा के अनुसार ऑप्शन जोड़ें
- ऑप्शन के लिए Buy Order दें
- ऑप्शन कॉन्ट्रैक्ट को समझें
- ऑर्डर पूरा हो जाने के बाद वेरीफाई करें
पुट कॉल क्या है?
इसे सुनेंरोकेंकॉल ऑप्शन की खरीद या पुट ऑप्शन की बिक्री तभी करें जब आपको यह उम्मीद हो कि बाजार ऊपर जाएगा। एक पुट ऑप्शन की खरीद या कॉल ऑप्शन की बिक्री तभी करें जब आपको उम्मीद हो कि बाजार नीचे जाएगा। ऑप्शन को खरीदने वाले का मुनाफा असीमित होता है जबकि उसका रिस्क सीमित होता है (उतना ही जितना उसने प्रीमियम दिया है)।
ज़ेरोधा में विकल्प प्रीमियम क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआप किसी भी कीमत पर ऑप्शन एग्रीमेंट कर सकते हैं, बस आपको उससे जुड़ा प्रीमियम देना होगा। उदाहरण के तौर पर आप 340 के कॉल ऑप्शन को 4 रूपये 75 पैसे का प्रीमियम देकर ले सकते हैं। इसे ऊपर लाल रंग से दिखाया गया है। ये खरीदार को एक्सपायरी के अंत तक ITC का शेयर 340 रूपये पर खरीदने का विकल्प देगा।
ऑप्शन सेलिंग क्या है?
इसे सुनेंरोकेंआपशन बेचने को शॉर्टिंग आ कॉल ऑप्शन –’Shorting a call option’ कहते हैं या कभी कभी सिर्फ शार्ट कॉल –’Short Call’ भी कहते हैं। जब आप ऑप्शन बेचते हैं तो आपको प्रीमियम के तौर पर एक रकम मिलती है। ऑप्शन बेचने वाले का मुनाफा सीमित होता है- उतना ही जितना कि उसे प्रीमियम मिला है लेकिन उसका नुकसान असीमित हो सकता है।
Hindi wise money
दोस्तों शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका होती है . और शेयर बाजार में ऑप्शन ट्रेडिंग का दायरा बहुत बड़ा है . और इसे संक्षिप्त में समझना आसान नहीं होगा, फिर भी हम कोशिश करेंगे की बहुत ही संक्षिप्त में हम आपको ऑप्शन ट्रेडिंग के बारे में ज्यादा से ज्यादा बता सके .
ऑप्शन ट्रेडिंग की परिभाषा
ऑप्शन ट्रेडिंग में स्टॉक नहीं ट्रेड होता बल्कि उस स्टॉक का स्ट्राइक प्राइस ट्रेड होता है . जो कि कुछ fixed टेक्निकल प्वाइंट को आधार कॉल ऑप्शन का उदाहरण बनाकर उस स्ट्राइक प्राइस का भाव बना होता है.
और सभी उसे ट्रेड करते हैं उस स्टॉक कॉल ऑप्शन का उदाहरण के एक्चुअल भाव के ऊपरी तरफ जो strike price होते हैं उन्हें "कॉल ऑप्शन" कहते हैं . और स्टॉक के एक्चुअल भाव के नीचे की तरफ जो स्ट्राइक प्राइस होते हैं उन्हें "पुट ऑप्शन" कहते हैं.