मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है?

Amazon के संस्थापक Jeff Bezos अपनी 124 अरब डॉलर की संपत्ति का अधिकांश हिस्सा करेंगे दान
अमेजन के संस्थापक जेफ बेजोस ने अपने जिंदगीभर की कमाई 124 अरब डॉलर की संपत्ति का अधिकांश हिस्सा दान करने की घोषणा की है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है, जब ई-कॉमर्स दिग्गज कथित तौर पर करीब 10,000 कर्मचारियों की छंटनी करने वाली है। बेजोस ने सीएनएन को बताया कि पैसा जलवायु परिवर्तन से लड़ने और ऐसे लोगों का समर्थन करने में खर्च होगा, जो गहरे सामाजिक और राजनीतिक विभाजन के बावजूद मानवता को एकजुट कर सकते हैं।
सीएनएन द्वारा पूछे जाने पर कि क्या वह अपने जिंदगीभर की अधिकांश संपत्ति को दान करेंगे, इसका जवाब बेजोस ने “हां” में दिया। हालांकि, बेजोस ने एक विशिष्ट प्रतिशत की पहचान करने या इसे कहां खर्च किया जाएगा, इस पर ठोस विवरण देने से इनकार कर दिया। अमेजॅन के संस्थापक ने सांचेज की सह-अध्यक्षता वाले बेजोस अर्थ फंड को 10 वर्षों में 10 बिलियन डॉलर, या अपने वर्तमान निवल मूल्य का लगभग 8 प्रतिशत देने का वादा किया है।
इस साल मई में, बेजोस ने एक गैर-लाभकारी संस्था को 118 मिलियन डॉलर का दान दिया था, लेकिन यह स्पष्ट नहीं था कि उन्होंने किस गैर-लाभकारी संस्था को दान दिया था। फोर्ब्स की रिपोर्ट के अनुसार, सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज फाइलिंग (एसईसी) के अनुसार, बेजोस ने अमेजॅन स्टॉक के 47,727 शेयरों को एक गैर-लाभकारी संस्था को हस्तांतरित कर दिया, जिसकी कुल कीमत 118 मिलियन डॉलर थी। एसईसी फाइलिंग के अनुसार, इस साल की शुरूआत के बाद से, बेजोस ने 84,030 अमेजॅन शेयर 233 मिलियन डॉलर के गैर-लाभकारी संस्थाओं को उपहार में दिए हैं।
2021 में, उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के फाउंडेशन के साथ-साथ वर्ल्ड सेंट्रल किचन के शेफ जोस एंड्रेस और गैर-लाभकारी संस्थापक वैन जोन्स को 100 मिलियन डॉलर दिए थे। उन्होंने पिछले साल जुलाई में स्मिथसोनियन के वायु और अंतरिक्ष संग्रहालय में 200 मिलियन डॉलर देने की घोषणा कर सभी को चौंका दिया था। बेजोस अपने डे वन फंड पहल के हिस्से के रूप में बेघर परिवारों की मदद करने वाले संगठनों को प्रति वर्ष 100 मिलियन डॉलर दे रहे हैं।
मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है?
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इसके साथ ही इस लेख में 300 महत्वपूर्ण सामान्य ज्ञान के प्रश्नोत्तर भी उपलब्ध करवा रहे हैं अगर आप किसी भी केंद्रीय स्तरीय अथवा राज्य स्तरीय प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं तो यह लेख आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है इसलिए हमारे इस लेख को अंत तक जरूर पढ़ें।
Top 500 General Knowledge Questions in Hindi 2022 Topic Wise
Top 50 Most Important Mix GK Question With answer in Hindi 2022
1. FM का विस्तारित नाय क्या है ?
उत्तर :- FM आ विस्तारित रूप Frequency Modulation ( फ्रिकवेंसी माड्यूलेशन ) है ।
2. भारत के किस शहर को वर्ष 1858 में केवल एक दिन के लिए भारत की राजधानी घोषित किया गया था ?
उत्तर :- उत्तर प्रदेश राज्य में स्थित इलाहाबाद शहर जिसका वर्तमान नाम प्रयागराज है को वर्ष 1958 में केवल 1 दिन के लिए भारत की राजधानी घोषित किया गया था ।
3. PDF का पूर्ण रूप क्या है ?
उत्तर :- ( Portable document format ) पोर्टेबल डॉक्युमेंट फॉरमैट
4. कंप्यूटरीकृत भाषा में WWW का क्या अर्थ है ?
उत्तर :- World Wide Web
5. अंग्रेजों द्वारा शुरू किए गये किस कानून को काला कानून कहा जाता है ?
उत्तर :- रॉलेट एक्ट कानून
6. वर्ष 1905 में बंगाल विभाजन के समय भारत का गवर्नर जनरल कौन था ?
उत्तर :- लॉर्ड कर्जन
7. भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की स्थापना किसने की थी ?
उत्तर :- लॉर्ड रॉबर्ट क्लाइव
8. किस पेशवा शासक ने अंग्रेजों के साथ बेसिन की संधि की थी ?
उत्तर:- बाजीराव द्वितीय
9. बंगाल व बिहार में स्थायी बंदोबस्त की शुरुआत किसने की थी ?
उत्तर :- लॉर्ड कॉर्नवालिस
10. राजस्थान के भरतपुर जिले में मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? स्थित ‘ लोहगढ़ ‘ नामक किले का निर्माण किसने करवाया था ?
उत्तर :- बंदा बहादुर ने
11. संचार पद्धति की भाषा में एमटीएस ( MTS ) का पूर्ण रूप क्या है ?
उत्तर :- Mobile Telephone Service ( मोबाइल टेलिफोन सर्विस )
12. खट्टे फलों में मुख्यत: कौन सा अम्ल पाया जाता है ?
उत्तर :- साइट्रिक अम्ल
13. आंवला में कौन सा विटामिन प्रचुर मात्रा में पाया जाता है ?
14. भारतीय संविधान में प्रथम संशोधन किस वर्ष हुआ ?
उत्तर :- वर्ष 1950 में
15. हमारे भारत के मूल संविधान में कुल कितनी भाषाएं हैं ?
उत्तर :- 14 भाषाएं लेकिन वर्तमान समय में भारतीय संविधान में कुल 22 भाषाएं शामिल है ।
16. राजस्थान के किस शहर को झीलों की नगरी कहा जाता है ?
17. ऐसी कौन सी धातु है जिसे चाकू के द्वारा आसानी से काटा जा सकता है ?
18. किस भारतीय क्रांतिकारी ने कहा था कि स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है और हम इसे प्राप्त करके रहेंगे ?
उत्तर :- बाल गंगाधर तिलक
19. भारत में सफेद क्रांति का जनक किसे कहा जाता है ?
उत्तर :- डॉ वर्गीज कुरियन
20. सफेद क्रांति का संबंध किससे है ?
उत्तर :- सफेद क्रांति जिसे दुग्ध क्रांति और ऑपरेशन फ्लड के नाम से भी जाना जाता है का संबंध दूध से है इस क्रांति का मुख्य उद्देश्य भारत में दूध की कमी को दूर करना था ।
21. विश्व की एकमात्र झील कौन सी है जो प्रत्येक 12 वर्ष बाद में मीठे व खारे पानी में परिवर्तित होती रहती है ?
उत्तर :- तिब्बत की उरोतसो झील
22. किसी भी राज्य में संवैधानिक तंत्र विफल होने पर भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के अंतर्गत उस राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया जा सकता है ?
उत्तर :- अनुच्छेद 356
23. किस संविधान संशोधन के द्वारा 6 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए शिक्षा के अधिकार को मूल अधिकार के रूप में मान्यता दी गई ?
उत्तर :- 86 वा संविधान संशोधन 2002
24. किस संविधान संशोधन द्वारा संपत्ति के अधिकार को मौलिक अधिकार की सूची से हटाकर इसे विधिक अधिकार घोषित किया गया था ?
उत्तर :- 44 वें संविधान संशोधन
25. वर्तमान में भारतीय संविधान में कुल कितनी अनुसूचियां हैं ?
उत्तर :- 12 अनुसूचियां
26. किस संविधान संशोधन के द्वारा भारत में पंचायती राज व्यवस्था को लागू किया गया ?
उत्तर :- 73वें संविधान संशोधन 1992 के तहत
27. किस संविधान संशोधन के द्वारा भारतीय संविधान की प्रस्तावना में धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी शब्द को जोड़ा गया ?
उत्तर :- 42 वें संविधान संशोधन
28. भारत में पहला सफल परमाणु परीक्षण कब तथा कहां किया गया ?
उत्तर :- 14 मई 1974 को राजस्थान के पोखरण में
29. भारत के मध्य प्रदेश राज्य में स्थित पन्ना की खाने किसके लिए प्रसिद्ध है ?
30. संतोष ट्रॉफी का संबंध किस खेल से है ?
31. भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित प्रथम भारतीय कौन थे ?
उत्तर :- डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन
32. ज्ञानपीठ पुरस्कार किस क्षेत्र में दिया जाता है ?मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है?
उत्तर :- साहित्य के क्षेत्र में
33. कंचनजंगा पर्वत श्रृंखला किस भारतीय राज्य में स्थित है ?
34. गिद्धा और भांगड़ा किस भारतीय राज्य का प्रमुख लोक नृत्य है ?
35. ‘ पोंगल ‘ किस भारतीय राज्य का एक प्रसिद्ध त्यौहार है ?
36. हॉर्नबिल महोत्सव किस राज्य का एक प्रसिद्ध त्यौहार है ?
37. किस भारतीय राज्य में कंचनजंगा पर्वत शिखर स्थित है ?
38. किस भारतीय राज्य को मंदिरों की पुण्य भूमि कहते हैं ?
39. भोजन के द्वारा प्राप्त होने वाली ऊर्जा को किसमें मापा जाता है ?
उत्तर :- कैलोरी में
40. अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस प्रतिवर्ष कब मनाया जाता है ?
उत्तर :- 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी के जन्मदिन के शुभ अवसर पर प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस मनाया जाता है ।
41. भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय दल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना किसने की थी ?
उत्तर :- डॉ. ए. ओ. ह्यूम
42. हमारे भारत में सर्वाधिक क्षेत्र पर किस प्रकार के वन पाए जाते हैं ?
उत्तर :- उष्णार्द्र पतझड़ वन
43. तीन बीघा कॉरिडोर भारत और किस देश को आपस में जोड़ता है ?
44. राजा राममोहन राय ने किस समाज की स्थापना की थी ?
उत्तर :- ब्रह्म समाज
45. भारत का एकमात्र प्रधानमंत्री कौन है जिन्होंने भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न एवं पाकिस्तान का सर्वोच्च सम्मान निशान-ए-पाकिस्तान दोनों प्राप्त किया ?
उत्तर :- मोरारजी देसाई
46. अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा किस सागर से होकर गुजरती है ?
उत्तर :- आर्कटिक सागर एवं प्रशांत महासागर
47. संपूर्ण विश्व में कुल कितने समय जोन ( Time Zone ) में विभाजित है ?
48. आधुनिक शिक्षा प्रणाली की नींव भारत में किस वर्ष पड़ी ?
उत्तर :- 1835 में
49. भारत का कौन सा राज्य चंदन की लकड़ी के लिए सबसे अधिक प्रसिद्ध है ?
24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 734 नए मामले और 2 मरीज़ों की मौत
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,66,377 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,531 है. विश्व में संक्रमण के 63.49 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक इस महामारी की चपेट में आकर 66.09 लाख से ज़्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. The post 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के 734 नए मामले और 2 मरीज़ों की मौत appeared first on The Wire - Hindi.
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 4,46,66,377 मामले सामने आए हैं और मृतक संख्या 5,30,531 है. विश्व में संक्रमण के 63.49 करोड़ से ज़्यादा मामले दर्ज किए गए हैं और अब तक इस महामारी की चपेट में आकर 66.09 लाख से ज़्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं.
नई दिल्ली: भारत में कोविड-19 के 734 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमण के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 4,46,66,377 हो गई. वहीं, उपचाराधीन मरीजों यानी सक्रिय मामलों की संख्या कम होकर 12,307 रह गई है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार सुबह आठ बजे तक जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण से तीन और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,30,531 हो गई है.
इनमें से मौत का एक मामला केरल द्वारा संक्रमण से मौत मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? के आंकड़ों का पुनर्मिलान करने के बाद मृतकों की सूची में जोड़ा गया है.
इस तरह केरल के एक व्यक्ति के अलावा पिछले 24 घंटे में संक्रमण से मौत के जो 2 मामले सामने आए हैं, उनमें से एक मामला कर्नाटक, जबकि एक पश्चिम बंगाल से सामने आया है.
अमेरिका की जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के आंकड़ों के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 63,49,83,244 हो गए हैं और इस संक्रमण के चलते दुनियाभर में अब तक 66,09,692 लोगों की मौत हो चुकी है.
आंकड़ों के अनुसार, भारत में उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.03 प्रतिशत है, जबकि कोविड-19 से उबरने की दर बढ़कर 98.78 प्रतिशत हो गई है.
कोविड-19 से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,41,22,562 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 219.80 करोड़ खुराकें दी जा चुकी है.
आंकड़ों के मुताबिक, देश में 110 दिन में कोविड-19 के मामले एक लाख हुए थे और 59 दिनों में वह 10 लाख के पार चले गए थे.
भारत में कोविड-19 संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 10 लाख से 20 लाख (7 अगस्त 2020 को) तक पहुंचने में 21 दिनों का समय लगा था, जबकि 20 से 30 लाख (23 अगस्त 2020) की संख्या होने में 16 और दिन लगे. हालांकि 30 लाख से 40 लाख (5 सितंबर 2020) तक पहुंचने में मात्र 13 दिनों का समय लगा.
वहीं, 40 लाख के बाद 50 लाख (16 सितंबर 2020) की संख्या को पार करने में केवल 11 दिन लगे. मामलों की संख्या 50 लाख से 60 लाख (28 सितंबर 2020 को) होने में 12 दिन लगे थे. इसे 60 से 70 लाख (11 अक्टूबर 2020) होने में 13 दिन लगे. 70 से 80 लाख (29 अक्टूबर को 2020) होने में 19 दिन लगे और 80 से 90 लाख (20 नवंबर 2020 को) होने में 13 दिन लगे. 90 लाख से एक करोड़ (19 दिसंबर 2020 को) होने में 29 दिन लगे थे.
इसके 107 दिन बाद यानी पांच अप्रैल 2021 को मामले सवा करोड़ से अधिक हो गए, लेकिन संक्रमण के मामले डेढ़ करोड़ से अधिक होने में महज 15 दिन (19 अप्रैल 2021) का वक्त लगा और फिर सिर्फ 15 दिनों बाद चार मई 2021 को गंभीर स्थिति में पहुंचते हुए आंकड़ा 1.5 करोड़ से दो करोड़ के पार चला गया.
चार मई मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? 2021 के बाद करीब 50 दिनों में 23 जून 2021 को संक्रमण के मामले तीन करोड़ से पार चले गए थे. इसके बाद तकरीबन नौ महीने बाद 26 जनवरी 2022 को कुल मामलों की संख्या चार करोड़ के पार हो गए थे.
वायरस के मामले और मौतें
नवंबर महीने की बात करें तो कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे के दौरान बीते 12 नवंबर को 833, 11 नवंबर को 842, 10 नवंबर को 1,016, नौ नवंबर को 811, आठ नवंबर 625, सात नवंबर को 937, छह नवंबर को 1,132, पांच नवंबर को 1,082, चार नवंबर को 1,216, तीन नवंबर को 1,321, दो नवंबर को 1,190 और एक नवंबर को 1,046 नए मामले सामने आए थे.
इस अवधि में बीते 12 नवंबर को 5, 11 नवंबर को 1, 10 नवंबर को 03, नौ नवंबर को 02, आठ नवंबर को कोई मौत नहीं, सात नवंबर को 02, छह नवंबर को 14, पांच नवंबर को 5, चार नवंबर को 3, तीन नवंबर को 4, दो नवंबर को 4 और एक नवंबर को 4 लोगों की मौत हुई थी.
अक्टूबर महीने में 24 घंटे के दौरान संक्रमण के सर्वाधिक 3,805 मामले एक अक्टूबर को सामने आए थे और केरल में आंकड़ों के पुनर्मिलान के साथ सबसे अधिक 28 लोगों की मौत तीन अक्टूबर को हुई थी.
सितंबर महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 7,946 मामले एक सितंबर को सामने आए थे और (केरल के आंकड़ों के पुनर्मिलान के बाद) सर्वाधिक 35 लोगों की जान 18 सितंबर को गई थी.
अगस्त में बीते एक दिन या 24 घंटे में संक्रमण के सर्वाधिक 20,551 मामले पांच अगस्त को सामने आए थे और (केरल के आंकड़ों के पुनर्मिलान के बाद) सर्वाधिक 72 लोगों की जान 18 अगस्त को गई थी.
जुलाई महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सबसे ज्यादा 21,880 मामले बीते 22 जुलाई को सामने आए थे और सबसे अधिक 67 मौतें बीते 23 जुलाई को दर्ज की गई थीं.
जून में कोविड-19 संक्रमण की बात करें तो एक दिन या 24 घंटे में बीते 24 मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? जून को सर्वाधिक 17,336 नए मामले दर्ज किए गए थे. और इस दौरान सर्वाधिक 38 लोगों की मौत 23 जून को हुई थी.
मई महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 3,805 नए मामले सात मई को दर्ज किए गए थे और इस मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? दौरान सबसे अधिक 65 मौतें 22 मई को दर्ज की गई थीं.
अप्रैल महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के सर्वाधिक 3,688 नए मामले 30 अप्रैल को दर्ज किए गए थे और इस दौरान सबसे अधिक 1,399 (असम और केरल में आंकड़ों में संशोधन के बाद) मौतें 26 अप्रैल को दर्ज की गई थीं.
मार्च के महीने में एक दिन या 24 घंटे में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 7,554 नए मामले दो मार्च को आए थे और इस दौरान सबसे अधिक 4,100 (महाराष्ट्र और केरल के आंकड़ों में संशोधन के साथ) मौतें 26 मार्च को दर्ज की गई थीं.
फरवरी महीने में कोविड-19 संक्रमण के एक दिन या 24 घंटे में सर्वाधिक 1,72,433 मामले तीन फरवरी को रिकॉर्ड किए गए और इस अवधि में सबसे अधिक 1,733 लोगों की मौत दो फरवरी को हुई थीं.
इस साल जनवरी महीने की बात करें तो बीते एक दिन या 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 3,89,03,731 मामले 22 जनवरी को दर्ज किए गए थे और इस अवधि सबसे अधिक 959 मौतें 30 जनवरी को हुई थीं.
मई 2021 रहा है सबसे घातक महीना
भारत में अकेले मई 2021 में कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना वायरस के 92,87,158 से अधिक मामले सामने आए थे, जो एक महीने में दर्ज किए गए संक्रमण के सर्वाधिक मामले हैं.
इसके अलावा मई 2021 इस बीमारी के चलते 1,20,833 लोगों की जान भी गई थी. इतने मामले और इतनी संख्या में मौतें किसी अन्य महीने में नहीं दर्ज की गई हैं. इस तरह यह महीना इस महामारी के दौरान सबसे खराब और घातक महीना रहा था.
सात मई 2021 को 24 घंटे में अब तक कोविड-19 के सर्वाधिक 4,14,188 मामले सामने आए थे और 19 मई 2021 को सबसे अधिक 4,529 मरीजों ने अपनी जान गंवाई थी.
रोजाना नए मामले 17 मई से 24 मई 2021 तक तीन लाख से नीचे रहे और फिर 25 मई से 31 मई 2021 तक दो लाख से नीचे रहे थे. देश में 10 मई 2021 को सर्वाधिक 3,745,237 मरीज उपचाररत थे.
कोविड-19: साल 2021 में किस महीने-कितने केस दर्ज हुए जानने के लिए यहां क्लिक करें.
मुद्रा पेग
एक मुद्रा खूंटी को उस नीति के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें सरकार या केंद्रीय बैंक किसी अन्य देश की मुद्रा के लिए एक निश्चित विनिमय दर रखता है, जिसके परिणामस्वरूप दोनों के बीच एक स्थिर विनिमय दर नीति होती है। उदाहरण के लिए, चीन की मुद्रा 2015 तक अमेरिकी डॉलर के साथ आंकी गई थी।
मुद्रा खूंटी के घटक
# 1 - घरेलू मुद्रा
इसे कानूनी रूप से स्वीकार्य इकाई या निविदा के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसे किसी के अपने देश या घरेलू देश में मुद्रा के मौद्रिक उपकरण के रूप में उपयोग किया जाता है। यह प्राथमिक मुद्रा है जिसका उपयोग देश की सीमा के भीतर विनिमय के साधन के लिए किया जा सकता है।
# 2 - विदेशी मुद्रा
यह देश की सीमाओं के बाहर एक कानूनी और स्वीकार्य निविदा है। इसे घरेलू देश द्वारा मौद्रिक विनिमय और रिकॉर्डकीपिंग के उद्देश्य से रखा जा सकता है।
# 3 - निश्चित विनिमय दर
इसे विनिमय दर के रूप में परिभाषित किया गया है जो दो देशों के बीच व्यापार को पूरक करने के लिए दो देशों के बीच तय किया गया है। ऐसी प्रणाली में, केंद्रीय बैंक अपनी घरेलू मुद्रा को दूसरे देश की मुद्रा के साथ संरेखित करता है। यह स्वीकार्य और संकीर्ण क्षेत्र में विनिमय दर को बनाए रखने में मदद करता है।
मुद्रा पेग फॉर्मूला
यह नीचे वर्णित के रूप में संबंध का उपयोग करके गणना की जाती है: -
- डोमन द्वारा घरेलू मुद्रा का प्रतिनिधित्व किया जाता है।
- सामान्य अधिसूचनाओं का प्रतिनिधित्व शी, एक्सएम द्वारा किया जाता है।
- समय अवधि को टी के रूप में दर्शाया गया है।
- विदेशी मुद्रा का प्रतिनिधित्व i करता है।
मुद्रा पेग उदाहरण
मुद्रा खूंटी के विभिन्न उदाहरण निम्नलिखित हैं।
उदाहरण 1
मान लीजिए कि कोई देश अपनी मुद्रा को सोने के मूल्य के साथ रखता है। इसलिए, हर बार सोने के मूल्य में वृद्धि या कमी हुई, इसलिए घरेलू देश की मुद्रा पर सापेक्ष प्रभाव पड़ा, जिसने अपनी मुद्रा को सोने में मिला दिया था। अमेरिका के पास सोने का बड़ा भंडार था और इसलिए उनके लाभ में इजाफा हुआ जब यूएसए ने अमेरिकी डॉलर को सोने के साथ मिला दिया।
इससे उन्हें मजबूत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार स्थापित करने में भी मदद मिली। अमेरिका ने एक व्यापक प्रणाली विकसित की जिसने अंतर्राष्ट्रीय व्यापार संबंधों में अस्थिरता पर अंकुश लगाया जिसमें प्रमुख देशों ने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ अपनी घरेलू मुद्राओं को आंका।
उदाहरण # 2
चीन की मुद्रा अमेरिकी डॉलर के साथ आंकी गई थी जो विदेशी मुद्रा है।
- 2015 की अवधि में, चीन ने खूंटी को तोड़ दिया और अमेरिकी डॉलर के साथ खुद को अलग कर लिया।
- बाद में इसने 13 देशों की मुद्रा टोकरियों के साथ अपना पेग स्थापित किया।
- मुद्राओं की टोकरी ने चीन को प्रतिस्पर्धी व्यापार संबंधों की अनुमति दी।
- चीन का निर्यात उन देशों के साथ मजबूत हो गया जिनके पास चीनी मुद्रा युआन की तुलना में अपेक्षाकृत कमजोर मुद्रा थी।
- हालांकि, संयुक्त राज्य अमेरिका में कुछ प्रकार के व्यवसाय थे जो कमजोर चीनी मुद्रा युआन के कारण प्राप्त हुए या संपन्न हुए।
- हालांकि, 2016 की अवधि में, इसने अमेरिकी डॉलर के साथ खूंटी को फिर से स्थापित किया।
- यह घरेलू सरकारों के लिए वित्तीय नियोजन में मदद करता है।
- घरेलू देश से विदेशी मुद्रा के लिए निर्यात किए गए माल के प्रतिस्पर्धी स्तर की रक्षा करने में मदद करें।
- यह आगे खाद्य उत्पादों और तेलों जैसे महत्वपूर्ण वस्तुओं की आसान खरीद में मदद करता है क्योंकि घरेलू देश ने खुद को सबसे लोकप्रिय विदेशी मुद्रा के लिए आंका है।
- यह मौद्रिक नीति के स्थिरीकरण में मदद करता है।
- विदेशी वित्तीय बाजारों में मौजूद अस्थिरता को कम करता है क्योंकि यह घरेलू व्यवसाय को वस्तुओं की लागत और सटीक मूल्य निर्धारण की भविष्यवाणी करने में मदद करता है।
- जीवन स्तर में वृद्धि और घरेलू अर्थव्यवस्था में निरंतर वृद्धि का समर्थन करता है।
नुकसान
- घरेलू मामलों के साथ विदेशी मामलों का बढ़ता हस्तक्षेप है।
- केंद्रीय बैंक को अपनी घरेलू मुद्रा के संबंध में विदेशी मुद्रा की मांग और आपूर्ति की निरंतर निगरानी करनी होती है।
- मुद्रा खूंटे अपने आप खातों में हुए घाटे के समायोजन की अनुमति नहीं देते हैं।
- असमानता को बढ़ावा देता है क्योंकि घरेलू और विदेशी देशों के लिए पूंजी खातों में कोई वास्तविक समय समायोजन नहीं होता है।
- यह मुद्रा के मूल्य पर सट्टा हमलों को जन्म दे सकता है यदि वे निश्चित विनिमय दर के मूल्य के अनुरूप नहीं हैं।
- सट्टेबाज अपने मूल मूल्य से घरेलू मुद्राओं को धक्का देते हैं और इसलिए आसानी से इसके अवमूल्यन को लागू करते हैं।
- मुद्रा खूंटे को बनाए रखने के लिए, घरेलू देश विशाल मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? विदेशी भंडार बनाए रखते हैं जो आगे पूंजी के उच्च उपयोग को रोजगार देते हैं, और इसलिए ऐसी स्थिति मुद्रास्फीति को जन्म देती है।
- केंद्रीय बैंक विदेशी भंडार के भंडार को बनाए रखता है जो उन्हें विनिमय की निश्चित दर पर आसान खरीदने या बेचने में मदद करता है।
- यदि घरेलू मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? देश विदेशी भंडार से बाहर निकलता है जिसे बनाए रखना है तो मुद्रा खूंटी को वैध नहीं माना जाता है।
- यह आगे मुद्रा अवमूल्यन की ओर जाता है और विनिमय दर फ्लोट करने के लिए स्वतंत्र है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- ब्रेटन वुड्स की अवधि के बाद मुद्रा खूंटे सुर्खियों में आए।
- घरेलू मुद्रा को विदेशी मुद्रा के साथ जोड़कर, घरेलू देश विदेशी देश की तुलना में समान गति से आगे बढ़ने का प्रयास करते हैं।
- घरेलू देश का केंद्रीय बैंक इस तरह से एक खूंटी को बनाए रख सकता है कि वह एक दर पर विदेशी मुद्रा खरीद सकता है और दूसरी मुद्रा में विदेशी मुद्रा बेच सकता है।
- यह आयातकों को प्रभावी ढंग से व्यापार करने में मदद करता है क्योंकि मुद्रा विनिमय एक निश्चित दर पर आंकी जाती है।
- सबसे लोकप्रिय विदेशी मुद्रा जिसके लिए घरेलू देश विनिमय दर को बढ़ाते हैं वह है डॉलर।
- सोना सबसे लोकप्रिय वस्तु है, जिस पर घरेलू देश अपनी निश्चित विनिमय दर को बढ़ाते हैं।
- यह अपने घरेलू आर्थिक हितों के लिए एक आवश्यक तकिया प्रदान करता है।
निष्कर्ष
मुद्रा खण्ड व्यापारिक संस्थाओं के बीच स्थिरता को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। ऐसी प्रणाली में, घरेलू देश अपनी मुद्राओं को सोने या अन्य ज्ञात और सबसे अधिक इस्तेमाल होने वाली विदेशी मुद्राओं जैसे डॉलर या यूरो के साथ जोड़ते हैं। व्यापक विदेशी मुद्रा व्यापार के लिए इसकी भूमिका महत्वपूर्ण है जो आवधिक अंतराल पर अस्थिरता प्रदर्शित करता है।
मौसमी बीमारियों से बचाती है लौकी, यह है लौकी खाने का सही तरीका
नई दिल्ली। गर्मियों में लौकी का सेवन मौसमी बीमारियों से बचाता है। यह पचाने में काफी आसान है और वजन घटाने के लिए भी बहुत अच्छी मानी जाती है। वजन कम करने के लिए अगर आप डायट पर हैं, तो लौकी को अपने आहार का हिस्सा बनाना न भूलें। एक लौकी में लगभग 15 कैलौरी और ढेर सारा विटामिन, खनिज और फाइबर पाया जाता है, इसलिए वजन घटाने के लिए इसे एक आदर्श सब्जी के रूप में देखा जाता है। हांलाकि बहुत से लोग वजन घटाने के लिए लौकी के जूस का सेवन करते हैं, जो कि गलत है। लौकी के जूस से बेहतर है कि इसे उबाल कर या इसको सलाद के रूप में खाया जाए। जानवरों पर किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि लॉकी ने चूहों में वेट गेन होने से रोका, जिन्हें उच्च वसा वाला आहार खिलाया गया था। हालांकि, मनुष्यों पर अभी तक ऐसा कोई शोध नहीं किया गया है। इस सब्जी में बहुत ही कम वसा और कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। वजन घटाने के लिए इसमें आवश्यक पानी और पोषक तत्व मौजूद होते हैं। साथ ही इसमें विटामिन सी, विटामिन बी, विटामिन के, विटामिन ए, विटामिन ई, आयरन, फोलेट, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं। लौकी के जूस में फाइबर की कमी होती है और इसमें साबुत लौकी की तुलना में अधिक कैलोरी होती है। एक कप उबली हुई लौकी में सिर्फ 19 कैलोरी और 2 ग्राम फाइबर होता है। लेकिन एक कप लौकी का जूस तैयार करने में ढेरों लौकी का यूज होता है, जिससे इसमें कैलोरी की मात्रा अपने आम ही बढ़ जाती मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? है। अच्छी नींद आपको वजन घटाने में मदद करती है। अगर आपकी नींद 8 घंटे भी पूरी नहीं हो पाती तो लौकी का सेवन शरू कर दें। यह बेहतर नींद में मदद करती है। एक अच्छी नींद आपके मेटाबॉलिज्म में सुधार करती है और आपके हार्मोन को सक्रिय बनाती है। अक्सर सुझाव दिया जाता है कि वजन घटाने के लिए हमें जूस के बजाय समूचा फल और सब्जियां खानी चाहिए। यही चीज लौकी के लिए भी लागू होता है।
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अधिकांश भारतीय अपने खर्च प्रबंधन में कठिनाई का सामना कर रहे : सर्वे
February 1, 2021
नई दिल्ली| अधिकांश भारतीयों को अपने खर्चो का प्रबंधन करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। आईएएनएस-सी वोटर सर्वेक्षण में यह बात सामने आई। सर्वेक्षण में लगभग मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? 65.8 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि वर्तमान खर्चो को प्रबंधन करना मुश्किल हो गया है, जबकि 30 प्रतिशत लोगों ने कहा कि खर्च तो बढ़ गए हैं, लेकिन वे प्रबंधन योग्य हैं।
उत्तरदाताओं में से 2.1 प्रतिशत ने कहा कि पिछले एक साल में उनके खर्च में कमी आई है और अन्य 2.1 प्रतिशत मामले पर प्रतिक्रिया नहीं दे सके।
सर्वेक्षण से यह भी पता चला कि व्यवसायों और लोगों की कमाई पर महामारी के व्यापक प्रभाव के साथ, पिछले एक साल में अधिकांश भारतीयों की क्रय शक्ति कमजोर हो गई।
आम आदमी की कमाई पर पड़ने वाले प्रभाव के साथ-साथ लोगों पर भी इसका असर पड़ा है।
2020 में अधिकतर समय, खाद्य सामग्री और ईंधन की कीमतों में वृद्धि की वजह से मुद्रास्फीति उच्च स्तर पर बनी रही।
मुद्रास्फीति संबंधी चिंताओं के वजह से ही भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने भी महामारी के प्रारंभिक चरण के दौरान तेज कटौती के बाद उधार दरों को मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? बरकरार रखा।
सर्वेक्षण में यह भी पता चला है कि पिछले एक साल में 70 प्रतिशत से अधिक लोगों ने वस्तुओं के बढ़े हुए मूल्य के प्रतिकूल प्रभाव को महसूस किया।
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नई नौकरी पर जा रहे हैं तो रखें इन बातों का ध्यान
अगर आप पढ़ाई के बाद पहली बार नई जगह नौकरी पर जा रहे हैं या नौकरी बदल कर पहली बार ऑफिस जा रहे हैं तो आपको कई बातों का ध्यान रखना होगा। अगर आप ऑफिस के शुरुआती दिनों में इन बातों का ध्यान रखेंगे तो आपको नई जगह पर तालमेल बैठाने में आसानी होगी।
कॉलेज और ऑफिस में अंतर होता है। यह जान लें कि ऑफिस में लोग एक डेकोरम का पालन करते हैं। उनके खाने और चाय पीने का वक्त तय होता है। कुछ हद तक काम के लिए समय सीमा भी तय होती है। इसलिए पहले जॉब में खुद को साबित करने के लिए यह जरूरी है कि पहले आप किसी भी संस्थान के कायदे-कानून को अच्छी तरह समझ लें। आजकल हर दफ्तर में यह माना जाता है कि आप में इंटेलीजेंस कोशेंट (आईक्यू) और इमोशनल कोशेंट (ईक्यू) के साथ-साथ कल्चरल कोशेंट (सीक्यू) भी होना चाहिए। कोई व्यक्ति यदि आपको ज्यादा पसंद नहीं आ रहा है तो भी आप उसके साथ भी काम करने के लिए मानसिक रूप से तैयार रहें।
ज्यादा ना बोलें
हो सकता है आप बहुत अच्छा जोक क्रैक करते हों और आपके दोस्त आपकी इस अदा पर फिदा हों। पर ऑफिस में हो सकता है यह पसंद न किया जाए. अगर आप बहुत ज्यादा बोलते मुद्रा के मूल्य से क्या अभिप्राय है? हैं और दूसरों की बात काटने की आपकी आदत है तो इसे भी बदल लें क्योंकि ऑफिस में आपसे इतनी गंभीरता की उम्मीद की जाती है कि आप पहले दूसरे की बात सुनेंगे और फिर उसका जवाब देंगे। मीटिंग के दौरान भी बार-बार बीच में न बोलें। अगर कोई बहुत अच्छा आइडिया है तो उसे जरूर शेयर करें, पर मीटिंग में यह न लगे कि आप अतिउत्साहित हो रहे हैं.
परफॉर्मेंस के साथ पोलाइटनेस भी
ये बात ठीक है कि ऑफिस में खुद को कार्यकुशल दिखाना जरूरी है, पर इसके साथ-साथ यह भी जरूरी है कि आप सीनियर्स और अपने कलीग्स के साथ ठीक से बात करें। काम के दौरान यदि कोई गलती पर टोके तो उस पर तीव्र प्रतिक्रिया देने की बजाय अपनी गलती की जिम्मेदारी लें। इस तरह आप सीनियर्स का दिल भी जीत लेंगे।
संतुलित जवाब दें
ऑफिस में आप नये-नये हैं तो सबसे पहले अपने कलीग्स के मिजाज को समझ लें क्योंकि हो सकता है कि आपके किसी जोक पर उन्हें गुस्सा आ जाए या वो नाराज हो जाएं। इसलिए हंसी-मजाक करने से पहले लोगों के व्यक्तित्व को जान लेना सबसे जरूरी है। इसके अलावा अगर आपसे कुछ पूछ जाए तो उसका जवाब बढ़ा-चढ़ाकर देने की बजाय टू द प्वॉइंट दें। अपनी योग्यता को बहुत ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर बताने के बाद यदि आप उस पर खरे नहीं उतर पाए तो इससे आपके सहयोगियों के साथ आपका पेशेवर रिश्ता कमजोर हो जाएगा।
सोशल मीडिया से दूरी
कॉलेज में आप हो सकता है, पूरे दिन में कई बार सोशल मीडिया पर चैट करते हों या अपडेट्स करते हों। ऑफिस में यह नहीं चलता। कुछ संस्थानों में तो सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर प्रतिबंध रहता है। ऐसे में आप अगर ऑफिस समय में अपने फोन या ऑफिस पीसी पर सोशल मीडिया का इस्तेमाल करते हैं तो यह माना जाएगा कि आप काम को लेकर गंभीर नहीं हैं।