दोहरी विनिमय दर

इसे सुनेंरोकेंपरिवर्तनशील विनिमय दर- परिवर्तनशील विनिमय दर प्रतिदिन माँग और पूर्ति द्वारा निर्धारित होती है इन पर सरकार का नियन्त्रण नहीं होता किन्तु ये परिवर्तन भी एक सीमा के अन्दर ही होते हैं। इस विनिमय व्यवस्था के अन्तर्गत भी समय-समय पर केन्द्रीय बैंक का हस्तक्षेप होता रहता है।
क्यूबा में एक जनवरी से बंद होगी दोहरी मुद्रा प्रणाली, राष्ट्रपति ने की घोषणा
क्यूबा के राष्ट्रपति मिगेल डियाज कनेल ने एक जनवरी से क्यूबा में मुद्रा नीति में एकरूपता लाने की घोषणा की है. देश में दोहरी मुद्रा से कन्वर्टिबल पेसो को हटाया जाएगा. इसका मूल्य एक अमेरिकी डॉलर के बराबर है.
हवाना : क्यूबा दोहरी विनिमय दर के राष्ट्रपति मिगेल डियाज कनेल ने घोषणा की है कि एक जनवरी से क्यूबा अपनी मुद्रा नीति में एकरूपता लाएगी. देश में पिछले 25 वर्षों से ज्यादा समय से दो मुद्राएं चलन में हैं.
डियाज कनेल ने एक राष्ट्रीय रेडियो और टेलिविजन प्रसारण में कहा कि देश फिर से सिर्फ अपने पेसो का इस्तेमाल करेगा. आधिकारिक तौर पर एक अमेरिकी डॉलर के बदले इसकी मुद्रा विनिमय दर 24 है.
देश में दोहरी मुद्रा से कन्वर्टिबल पेसो को हटाया जाएगा, इसका मूल्य एक अमेरिकी डॉलर के बराबर है.दोहरी विनिमय दर
सरकारी अधिकारी वर्षों से यह कहते आए हैं कि दो मुद्रा रहने और दोनों की विनिमय दर अलग-अलग होने से समस्याएं आती हैं, लेकिन इस स्थिति से निपटने के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया था.
स्थिर विनिमय दर का सार क्या है?
इसे सुनेंरोकें9.2.2 स्थिर विनिमय दर दोहरी विनिमय दर एक स्थिर विनिमय दर प्रणाली, ऐसी एक मुद्रा प्रणाली है जिसमें सरकारें अपनी मुद्रा के मूल्य को बनाए रखने की कोशिश करती हैं जो एक विशिष्ट मुद्रा या वस्तु के लिए होती है ।
कैसे संतुलन लचीला विनिमय दर प्रणाली के तहत निर्धारित किया जाता है?
इसे सुनेंरोकेंलचीले विनिमय दर की परिभाषा इस प्रणाली में, मुद्रा की कीमत अन्य मुद्राओं के मुकाबले बाजार निर्धारित होती है, अर्थात किसी विशेष मुद्रा की मांग जितनी अधिक होती है, उतनी ही इसकी विनिमय दर और मांग कम होती है, अन्य मुद्राओं की तुलना में मुद्रा का मूल्य कम होता है।
स्थिर एवं लोचदार विनिमय दर में क्या अंतर है समझाइए?दोहरी विनिमय दर
इसे सुनेंरोकें1) स्थिर विनिमय दर ऐसी विनिमय दर है जिसे देश के मौद्रिक अधिकारी निर्धारित करते हैं जबकि लोचशील विनिमय दर विदेशी विनिमय की मांग तथा पूर्ति द्वारा निर्धारित होती है।
विनिमय दरों के उतार चढ़ाव के क्या कारण है?
इसे सुनेंरोकेंयदि किसी राष्ट्र के पास स्थिर मुद्रा नहीं है, तो मुद्रा के मूल्यह्रास द्वारा जारी विनिमय घाटे के कारण निवेशक अनिच्छुक होंगे। मुद्रास्फीति – उन देशों में, जो पर्याप्त आयातक हैं, एक अवमूल्यन मुद्रा के परिणामस्वरूप मुद्रास्फीति हो सकती है। घरेलू मुद्रा के मूल्य में गिरावट से आयातित उत्पादों की कीमत अधिक हो सकती है।
लोचदार विनिमय दर से क्या तात्पर्य है?
इसे सुनेंरोकेंव्यापारी हुंडी के अतिरिक्त एक और दूसरी तरह की हुंडियों का उपयोग किया जाता है जिन्हें ‘रोजगारी हुंडी’ कहते हैं। इसके अतिरिक्त यात्री हुंडी, सरकारी हुंडी और बैंकों द्वारा जारी की गई हुंडियों का उपयोग भी विदेशी व्यापारिक लेन देन चुकाने में होता है। उपर्युक्त लेन देन जिस दर पर चुकाया जाता है उसे विनिमय दर कहते हैं।
विनिमय दर क्या है या अनुकूल या प्रतिकूल कैसे होता है?
इसे सुनेंरोकेंप्रतिकूल यदि देश का आयात उसके निर्यात से अधिक है, तो यह है कि आयात का मूल्य निर्यात के मूल्य दोहरी विनिमय दर से अधिक है, यह व्यापार के प्रतिकूल संतुलन पर दोहरी विनिमय दर निर्भर करता है। प्रतिकूल यदि आयात और निर्यात दोहरी विनिमय दर से अधिक यह व्यापार घाटे की मात्रा है।
मुद्रा और बैंकिंग
संव्यवहार के लिए मुद्रा की माँग क्या है? किसी निर्धारित समयावधि में संव्यवहार मूल्य से यह किस प्रकार संबंधित है ?
संव्यवहार के लिए मुद्रा की माँग से अभिप्राय एक अर्थव्यवस्था में संव्यवहारों को पूरा करने के लिए मुद्रा की माँग से है।
सूत्रों के रूप में, मुद्रा की संव्यवहार माँग
( M दोहरी विनिमय दर T d ) = k . T
यहाँ, k = धनात्मक अंश
T = एक इकाई समयावधि में संव्यवहारों का कुल मौद्रिक मूल्य
संव्यवहार के लिए मुद्रा की माँग और किसी निर्धारित समयावधि में संव्यवहार मूल्य में घनिष्ठ संबंध है। यदि अर्थव्यवस्था में किसी निर्धारित समयावधि में संव्यवहार मूल्य अधिक है तो मुद्रा की माँग भी अधिक होगी।
वस्तु विनिमय प्रणाली क्या है ? इसकी क्या कमियाँ है ?
वस्तु विनिमय प्रणाली: मुद्रा के बिना प्रत्यक्ष रूप से वस्तुओं का वस्तुओं के लिए लेन-देन वस्तु विनिमय प्रणाली कहलाती है। अर्थात् इस प्रणाली में वस्तुओं के बदले वस्तुएँ ही खरीदी जाती हैं। उदाहरणार्थ, गेहूँ के बदले कपड़ा प्राप्त करना, किसी अध्यापक को उसकी सेवाओं का भुगतान अनाज के रूप में किया जाना इत्यादि।
दोहरी विनिमय दर
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मुद्रा आवश्यकताओं के दोहरे संय .
Solution : मुद्रा वस्तु विनिमय प्रणाली में मध्यवर्ती भूमिका प्रदान करके आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की समस्या सुलझाती है। जैसे एक व्यक्ति के पास कोई भी वस्तु नहीं है परंतु वह बाजार से कपड़ा खरीदना चाहता है तो मुद्रा दोहरी विनिमय दर का प्रयोग कर वह कपड़ा खरीद सकता है। इस प्रकार दोहरे संयोग की समस्या का समाधान हो जाता है।
दोहरी विनिमय दर
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Annual Examination दोहरी विनिमय दर 2014
मुद्रा आवश्यकताओं के दोहरे संय .
Solution : मुद्रा वस्तु विनिमय प्रणाली में मध्वर्ती भूमिका प्रदान करके आवश्यकताओं के दोहरे संयोग की समस्या सुलझाती हैं जैसे एक व्यक्ति के पास कोई भी वस्तु नहीं है परंतु वह बाजार से कपड़ा खरीदना चाहता है तो मुद्रा के प्रयोग कर वह कपड़ा खरीद सकता हैं इस प्रकार दोहरे संयोग की समस्या का समाधान हो जाता है।