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इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis

इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis
आपको शेयर मार्केट मे काम करते समय ये हमेशा ध्यान रखना है की आप इतने ही पैसे शेयर मार्केट में लगाये जितने पैसे अगर चले भी जाए तो आपको कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.

शेयर मार्केट में कितने प्रकार से ट्रेडिंग की जाती हैं

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इस तस्बीर पर आप लोग देख पा रहे है। OPEN पिछले दिन के CLOSE से ऊपर है लेकिल पिछले 2 दिन के CLOSE से नीचे। पर इस तस्बीर पर और एक देखिये पिछले दिन के LOW पिछले 2 दिन के LOW से ऊपर है। पिछले 2 दिन के HIGH से पिछले दिन के HIGH कम है यानि नीचे है। ऐसे PRICE ACTION एक मजबूत डाउन ट्रेंड को दर्शाती है। ऐसे हालत में पिछले 2 दिन के CLOSE एक मजबूत RESISTANCE के तोर पर काम करती है यह एक पहला रेजिस्टेंस की तोर पर काम करती है ,दूसरी रेजिस्टेंस के तोर पर पिछले दिन की HIGH ,तीसरी रेजिस्टेंस के तोर पर पिछले 2 दिन के HIGH . ऐसे ही पहला सपोर्ट पिछले दिन की CLOSE ,दूसरी सपोर्ट पिछले दिन के LOW और तीसरी सपोर्ट पिछले 2 इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis दिन के LOW होती है।

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HELLO FRIENDS ,आज आप लोग जानेंगे कॅश मार्किट और एक सेगमेंट कॅश इंट्राडे। इसे इंट्राडे ट्रेडिंग के नाम पर स्टॉक मार्किट में हर कोई जानते है। इंट्राडे ट्रेडिंग ये इन्वेस्टमेंट के लिए नहीं है। यह एक टेक्निक है। इंट्राडे ट्रेडिंग रिटेल ट्रेडर के लिए है क्यों की इसमें थोड़ा मार्जिन में भी आप ट्रेडिंग कर पाएंगे। इसमें आप मिनिमम 1000 रूपया लगा के भी ट्रेडिंग कर पाएंगे। ज्यादातर इंट्राडे ट्रेडर लॉस में जाते है। इश्का एक ही कारण है इंट्राडे टेक्निक की अधूरी जानकारी।इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए गलत शेयर चुनना हमेशा से हानिकारक है। इंट्राडे में ट्रेडिंग के लिए हर कोई शेयर हर दिन उपयुक्त नहीं होती है इसके लिए शेयर की सही चुनाब करना बहुत जरुरी है। जैसे नाम से ही पता चल रहा है इंट्राडे मतलब एक दिनों के अंदर। शेयर मार्किट सोमबार से सुक्रबार सुबाह 9.15से दोपहर 3.30तक चलती है और इंट्राडे ट्रेडिंग 9.15 से 3.15 तक चलती है। अर्थात इतनी समय में कोई भी शेयर से पैसे कामना कितना रिस्क है अगर सही टेक्निक पता न हो तो। इसलिए इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले इसका टेक्निक सीखना बहुत जरुरी है। कॅश डिलीवरी और

STOCK MARKET ME PRICE ACTION KI HIGHER HIGH,HIGHER LOW,LOWER LOW AND LOWER HIGH KISKO BOLTE HAIN

HELLO TRADERS आज आप जानेंगे कैंडल्स के HIGHER HIGH ,HIGHER LOW,LOWER LOW और LOWER HIGH के बारे में HIGHER HIGH CANDLE :- कोई भी कैंडल पिछले कैंडल की हाई को ब्रेक करके नई हाई बनाई होगी और पिछले कैंडल की हाई से ऊपर क्लोज दी होगी उसे higher high candle बोलते है। LOWER LOW CANDLE :- कोई भी कैंडल पिछले कैंडल की low को break करके नई low बनायीं होगी और पिछले कैंडल की low से निचे close हुई होगी उसे lower low कैंडल बोलते हैं। HIGHER LOW CANDLE :- कोई भी हायर हाई कैंडल की high और low के अंदर जो bearish candle होती है वही bearish candle की low को higher low candle बोलते हैं। LOWER HIGH CANDLE :- कोई भी lower low candle की high और low के अंदर जो bullish candle होती है वही bullish candle की high को lower high candle बोलते हैं।

Technical Analysis Vs Fundamental Analysis

तकनीकी विश्लेषण का फोकस ऐतिहासिक डेटा पर है। पिछले मूल्य और वॉल्यूम डेटा के आधार पर तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करके स्टॉक रुझानों का आकलन किया जा सकता है। दूसरी ओर, मौलिक विश्लेषण में कंपनी के वित्तीय खातों, व्यवसाय मॉडल, प्रबंधकीय क्षमताओं आदि का अध्ययन शामिल है।

मौलिक विश्लेषण का मुख्य लक्ष्य किसी फर्म में लंबे समय तक निवेश करने के लिए समय से पहले पूर्वानुमान बनाना है। तकनीकी विश्लेषण भी लंबी अवधि इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis के निवेश करने में आपकी सहायता कर सकता है।

दूसरी ओर, आप केवल तकनीकी विश्लेषण सीख सकते हैं यदि आप अल्पावधि के लिए निवेश इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis करना चाहते हैं। आइए अब कुछ और तकनीकी विश्लेषण बुनियादी बातों पर एक नज़र डालें।

अल्पकालिक निवेशकों या व्यापारियों को तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करना चाहिए, जबकि दीर्घकालिक निवेशकों को मौलिक विश्लेषण का उपयोग करना चाहिए। मूल्य और मात्रा की सहायता से, आप सर्वोत्तम दीर्घकालिक प्रवेश और निकास निर्णय ले सकते हैं।

बार के साथ ग्राफ

एक बार चार्ट का उपयोग किसी विशिष्ट समय पर स्टॉक या स्टॉक की गति को निर्धारित करने के लिए किया जाता है; यह एक विशिष्ट समय अवधि (15 मिनट, 1 घंटा, 1 दिन, आदि) के लिए स्टॉक, कमोडिटी या एफएक्स शेयर का उद्घाटन, उच्च और निम्न है।

मुझे पता था, मैंने ले लिया, और मैंने सौदा बंद कर दिया। तकनीकी विश्लेषण स्टॉक की कीमत, बार चार्ट या चार्ट की किसी अन्य शैली, जैसे कैंडलस्टिक या लाइन चार्ट की गति को प्रदर्शित करने के लिए उपयोग किया जाता है।

एक पंक्ति में ग्राफ

एक लाइन चार्ट बार चार्ट या कैंडलस्टिक चार्ट से अलग होता है। स्टॉक की कीमत की गति को मापने में आपकी सहायता करने के लिए लाइन चार्ट पर एक लाइन को दर्शाया गया है, जैसा कि नाम में है। बार और कैंडलस्टिक चार्ट की तुलना में लाइन चार्ट को समझना अधिक कठिन होता है।

बार चार्ट की तरह, कैंडलस्टिक चार्ट मूल्य परिवर्तन दर्शाते हैं। यह एक निश्चित अवधि (15 मिनट, 1 घंटा, 4 घंटे आदि) के लिए स्टॉक, कमोडिटी या फॉरेक्स शेयर के ओपनिंग, हाई, लो और क्लोज (OHLC) को निर्धारित करने के लिए भी उपयोग किया जाता है।

बार चार्ट में स्टॉक को बार द्वारा दर्शाया जाता है। कैंडलस्टिक चार्ट में, शेयर की कीमत को मोमबत्तियों द्वारा दर्शाया जाता है। कैंडलस्टिक चार्ट बार चार्ट, लाइन चार्ट और अन्य प्रकार के चार्ट की तुलना में व्याख्या करना आसान होता है। एक तेजी के बाजार में, मोमबत्तियां हरी होती हैं, जबकि एक नकारात्मक बाजार में, मोमबत्तियां लाल होती हैं।

अंक और अंकों के साथ आरेख (Diagram with points and figures)

अंक और आंकड़ों के साथ आरेख बार चार्ट, जैसे कैंडलस्टिक चार्ट, स्टॉक मूल्य में उतार-चढ़ाव की भविष्यवाणी करने के लिए उपयोग किए जाने वाले ग्राफिक का एक प्रकार है। 1898 में प्रकाशित अपनी पुस्तक “हॉयल” में लेखक “हॉयल” ने इस तकनीक का परिचय दिया। नतीजतन, इसका उपयोग पुरानी चार्टिंग तकनीक में किया जाता है।

इस चार्ट दृष्टिकोण में, दो प्रकार के आंकड़े हैं: शून्य और क्रॉस। शून्य संख्या का उपयोग लाल बाजार, यानी मंदी के बाजार को दर्शाने के लिए किया गया है। क्रॉस को हरे रंग के रूप में प्रदर्शित किया जाता है, जो एक तेजी से बाजार का संकेत देता है।

शेयर मार्केट में ट्रेडिंग कितने प्रकार से की जाती हैं

आज हम समझेंगे Types of Trading Style कि हम कितने प्रकार से ट्रेडिंग कर सकते हैं जब एक बार आप शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने का निर्णय ले लेते हैं तो उसके बाद सबसे बड़ा निर्णय यह होता है कि आप किस प्रकार की शेयर ट्रेडिंग करना चाहते हैं शेयर बाजार में ट्रेडिंग करने के बहुत सारे तरीके मौजूद हैं आज इन्ही तरीकों को समझने का प्रयास करेंगे ट्रेडिंग करने का कोई सा भी तरीका बहुत ज्यादा अच्छा या बुरा नहीं होता है बल्कि आपकी बाजार से उम्मीदें बाजार की जानकारी और रिस्क लेने की क्षमता के अनुसार ट्रेडिंग स्टाइल आपके लिए सही या गलत हो सकता है एक अच्छा ट्रेडिंग स्टाइल चुनने के लिए आपको आपके इमोशन Technical Analysis की जानकारी और ट्रेडिंग साइकोलॉजी का Analysis करना पड़ता है यह जानने के लिए कि कौन सा ट्रेडिंग स्टाइल आपके लिए अच्छा है ट्रेडिंग की शुरुआत में आप सभी ट्रेडिंग स्टाइल को ट्राई करके जरूर देखें और उसके बाद यह Analysis करिए कि कौन से ट्रेडिंग स्टाइल में आपका सक्सेस रेट अच्छा है उसके बाद जिस ट्रेडिंग स्टाइल पर आपको पूरा विश्वास है कि आप उसे सही तरीके से कर सकते हैं उसी ट्रेडिंग स्टाइल को चुनिए

What Is Trading In Stock Market : जाने शेयर बाजार में ट्रेडिंग व उसके प्रकार, यहाँ पढ़े

What Is Trading In Stock Market :- आपके मन में भी यह सवाल आया होगा कि आखिर शेयर बाजार(Share Market) में ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है! आपको बता दें कि शेयर बाजार में चार तरह की ट्रेडिंग होती है! Intraday Trading, Swing Trading, Short Term Trading, Long Term Trading ! आज हम आपको बताएंगे कि ये चार तरह की ट्रेडिंग(Trading) कैसे की जाती है! तो आइए जानते हैं स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग कैसे की जाती है! और कितने प्रकार के होते है !

What Is Trading In Stock Market

What Is Trading In Stock Market

शेयर मार्केट ट्रेडिंग को शेयरों पर ट्रेडिंग कहा जाता है। जब शेयर बाजार सुबह 9:15 बजे खुलता है! तो व्यापारी कम कीमत पर शेयर खरीदते (Buy) हैं!
और दोपहर 3:30 बजे से पहले शेयर बेच (Sell) दें! क्योंकि शेयर बाजार सुबह 9:15 बजे खुलता है ! और 3:30 बजे बंद हो जाता है! इस बीच, व्यापारी अपने द्वारा खरीदे गए स्टॉक पर अनुमानित लाभ देखकर स्टॉक बेचकर लाभ (Profit) कमाता (Earn) है !

Stock Market में Intraday इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis Trading क्या होती है

जैसा कि इंट्राडे ट्रेडिंग (Intra-Day) के नाम से पता चलता है, ये ट्रेडिंग एक दिन के भीतर की जाती है! यानी इंट्राडे ट्रेडिंग में शेयरों की खरीद-बिक्री(Buy-Sell) दोनों डील एक ही ट्रेडिंग दिन में की जाती है!

इंट्राडे ट्रेडिंग में, सौदा सुबह 09:15 बजे से दोपहर 03:30 बजे के बीच बंद हो जाता है! आइए एक सरल उदाहरण की सहायता से इंट्राडे ट्रेडिंग का हिंदी में अर्थ समझते हैं –

मान लीजिए आज सुबह 10:00 बजे आप इंट्राडे ट्रेडिंग के मकसद से एसबीआई बैंक (State Bank Of India) के 100 शेयर खरीदते हैं! आज आपको उम्मीद है कि एसबीआई के शेयर में तेजी (Momentum) आएगी! जब आप इन खरीदे गए 100 शेयरों को ट्रेडिंग दिन की समाप्ति से पहले यानि दोपहर 3:30 बजे बेचते हैं! तो इसे इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। यदि आप इन शेयरों को बेचना भूल जाते हैं तो यह आपके स्टॉक ब्रोकर द्वारा स्वचालित रूप से चुकता हो सकता है! यानी वह आपकी ओर से इन शेयरों को बेच देगा या आपके शेयरों को इंट्राडे से डिलीवरी (Delivery) में बदल देगा!

Swing Trading क्या होती है

स्विंग इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis ट्रेडिंग एक ऐसी ट्रेडिंग है! जहां ट्रेडर्स(Traders) खरीद के कुछ दिनों के बाद शेयर बेचते हैं! यानी एक दिन से अधिक समय के लिए शेयर खरीदते हैं और थोड़े समय के लिए होल्ड(Hold) करने के बाद, कीमत बढ़ने पर शेयरों को बेच देते हैं! जिससे उन्हें कुछ लाभ होता है! एक अच्छे स्विंग ट्रेडर के अवसरों को खोजने के लिए तकनीकी विश्लेषण और कभी-कभी मौलिक विश्लेषण का उपयोग करता है !

और साथ ही चार्ट(Chart) के माध्यम से बाजार के रुझान और पैटर्न(Pattern) का विश्लेषण(Analysis) करता है! स्विंग ट्रेडिंग(Swing-Trading) को Monthly-trading भी कहा जाता है! क्योंकि शेयरों को एक महीने के भीतर खरीदना और बेचना होता है। स्विंग ट्रेडिंग महीने के 5% से 10% तक रिटर्न कमा सकती है! तकनीकी विश्लेषण(Technical-Analysis) और मौलिक विश्लेषण(Fundamental-Analysis) का उपयोग स्विंग ट्रेडिंग में किया जाता है!

Short Term Trading क्या होती है

शॉर्ट टर्म में हम Monthly Swing में ट्रेड करते हैं, अब यह समय क्या है तो लोग इसे अलग तरह से समझते हैं! मैं अपने तरीके से इसे 1 महीने से 3 महीने की अवधि मानता हूं। इसे लोग Short Term Trading इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis कहते हैं!

शॉर्ट टर्म ट्रेडिंग एक सक्रिय व्यापार निवेश(Active Business Investment) है! जिसमें आपको बाजार और अपने निवेश पर नजर रखनी होती है! और आपको अपना लक्ष्य मूल्य(Target-Price) मिलते ही व्यापार बंद(Trade Close) कर देना चाहिए!

intraday trading in hindi के फायदे

i ntraday trading का मतलब समजने के बाद हम जानने वाले है की intraday trading के फायदे क्या है. इंट्राडे ट्रेडिंग के फायदे इस प्रकार है.

-कम समय में आप अच्छा मुनाफा कमा सकते है

-सौदा एक दिन में ही पूरा हो जाता है अगले दिन शेयर का भाव क्या होगा उसकी चिंता नहीं रहती है

-इंट्राडे ट्रेडिंग में ज्यादा लीवरेज मिलती है याने की अगर आपके पास १० हजार तक की राशी है तो इंट्राडे ट्रेडिंग के समय का Analysis आप १ लाख तक के शेयर खरीद या बेच सकते है

-पैसे को लम्बे समय तक इन्वेस्ट नहीं करना पड़ता है

– किसी शेयर में आये अच्छे न्यूज़ या रिजल्ट का फायदा आप कम समय में उठा के अच्छा रिटर्न कमा सकते है.

intraday trading in hindi के नुकशान

intraday trading in hindi की समय अवधि सिर्फ एक दिन की होने के कारण आपने जो शेयर लिए है उसका दाम अगर गिर जाए तो नुकशान होते हुए भी आपको कम दाम में शेयर बेचने पड़ सकते है.

-कम समय अवधि के कारण आप जो भी ट्रेड ले उस पर पुरे दिन नजर बनाये रखनी पड़ती है याने की आपको अपना पूरा समय ट्रेडिंग के पीछे लगाना पड़ता है.

-अगर आपके पास शेयर मार्केट का ज्ञान नहीं है तो इंट्राडे ट्रेडिंग में भारी नुकशान का अंदेशा हमेशा रहता है.

intraday trading in hindi strategy

हमने जाना इस प्रकार Intraday trading की समय अवधि कम होने के कारन आप जो भी शेयर को चुने उसे पुरे रिसर्च करने के बाद चुने.आपको अपने मार्केट के पुरे अनुभव को यंहा पर लगाना होता है.

आपके पास Intraday trading की कुछ जरुरी स्ट्रेटजी होनी चाहिए जिससे आप इंट्राडे ट्रेडिंग में सफल हो पाए यंहा पर कुछ स्ट्रेटजी में आपको बताता हु जिससे आपको पता चल सके की आपको Intraday trading करते समय किन बातो का ख्याल रखना है.

रिसर्च करे

आप जिस भी शेयर को खरीदना चाहते है उसके बारे में अगर आपको नोलेज है तो आपके सफल होने का चांस बढ़ जाता है. इसलिए आप जो भी शेयर खरीदना चाहते है उसके बारे में पढ़े उसके बारे में रिसर्च कर्रे और उसके बाद ट्रेडिंग करे.

आप रिसर्च करने के लिए टेक्नीकल एनालिसिस या फंडामेंटल एनालिसिस कर सकते है ये एनालिसिस क्या होता है इसके बारे में ज्यादा जानने के लिए हिन्दिसफ़र.नेट की विजिट करते रहिये आपको टेक्नीकल एनालिसिस का पूरा कोर्स यंहा पर फ्री में मिलता रहेगा.

निष्कर्ष

intraday trading in hindi में हमने जाना की इंट्राडे ट्रेडिंग में सफलता पाने के लिए आपके पास मार्केट का अनुभव और ज्ञान होना जरुरी है.

इंट्राडे ट्रेडिंग तभी करे जब आप मार्केट के बारे में सारी बाते जानते हो. आपके पास टेक्नीकल और फंडामेंटल ज्ञान होना जरुरी है. आशा करता हु के आपको मेरा ये आर्टिकल मार्केट के बारे में जानकारी प्रदान करने में सहायक होगा.

टेक्नीकल एनालिसिस और शेयर बाजार से जुडी माहिती प्राप्त करने के लिए हिन्दिसफ़र.नेट को विजिट जरुर करे.

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