रिटेल के अंदर

इस डील से फ्यूचर ग्रुप के खुदरा और थोक उपक्रम को रिलायंस रिटेल में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जबकि फैशन लाइफस्टाइल और लॉजिस्टिक्स व वेयरहाउसिंग उपक्रम को रिलायंस रिटेल वेंचर्स (आरआरवीएल) में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। ईशा अंबानी ने कहा, 'इस लेन-देन के साथ, हम फ्यूचर ग्रुप के प्रसिद्ध प्रारूपों और ब्रांड्स को एक घर प्रदान करने के साथ-साथ इसके बिजनेस इकोसिस्टम को संरक्षित करके खुश हैं, जिसने भारत में आधुनिक खुदरा क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
फ्यूचर ग्रुप का रिटेल बिजनेस जल्द खरीदने जा रही है रिलायंस
नई दिल्ली.रिटेल के अंदर रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही फ्यूचर ग्रुप का रिटेल बिजनेस खरीद लेगी. बताया जा रहा है कि मुकेश अंबानी और किशोर बियानी के बीच ये डील अपनी रिटेल के अंदर फाइनल स्टेज में है.
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज कोरोना काल में हर दिन चर्चा में बनी रह रही है. कभी तमाम कंपनियों के निवेश के लिए तो कभी नए-नए रिकॉर्ड बनाने के लिए. एक बार फिर रिलायंस इंडस्ट्रीज चर्चा में है, और इस बार भी वह एक बड़ी डील है. कहा जा रहा है कि रिटेल कारोबार में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए मुकेश अंबानी अब किशोर बियानी की अगुवाई वाले फ्यूचर ग्रुप में हिस्सेदारी खरीदने की तैारी कर रहे हैं.
बल्कि ये कहना ज्यादा सही होगा कि मुकेश अंबानी अब फ्यूचर ग्रुप को खरीदने वाले हैं. खबर तो ये भी है कि दोनों रिटेल के अंदर कारोबारियों के बीच ये डील अपने आखिरी चरण में है.
क्यों दिवालिया हो रही रिटेल के अंदर फ्यूचर रिटेल
फ्यूचर रिटेल के दिवालिया होने के पीछे उसका दो दिग्गज कंपनियों मुकेश रिटेल के अंदर अंबानी की रिलायंस Reliance Industries और अमेरिकी कारोबारी जेफ बेजोज की अमेजन Amazon के बीच फंसना है.
अगस्त 2020 में फ्यूचर समूह ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) के साथ 24713 करोड़ रुपये के विलय समझौते की घोषणा की थी.
समझौते के तहत खुदरा, थोक, लॉजिस्टिक एवं भंडारण खंडों में सक्रिय फ्यूचर समूह की 19 कंपनियों का रिलायंस रिटेल अधिग्रहण करने वाली थी. आरआरवीएल, आरआईएल समूह के तहत सभी खुदरा कंपनियों की होल्डिंग कंपनी है. हालांकि, अब यह डील कैंसिल हो चुकी है क्योंकि फ्यूचर समूह के सिक्योर्ड लेंडर्स ने इसे नामंजूर कर दिया है.
अमेजन क्यों कर रहा सौदे का विरोध?
इस विलय समझौते की घोषणा के बाद से ही अमेजन इसका विरोध कर रही थी. विभिन्न अदालती मुकदमों में अमेजन ने यह कहते हुए इस सौदे का विरोध किया कि उसके साथ हुए फ्यूचर समूह के निवेश समझौते का यह करार उल्लंघन करता है.
दरअसल, ई-कॉमर्स क्षेत्र की दिग्गज कंपनी अमेजन ने साल 2019 में एफआरएल की प्रवर्तक कंपनी फ्यूचर कूपन्स प्राइवेट लिमिटेड (एफसीपीएल) में 49 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने के लिए एक निवेश करार किया था.
इसके आधार पर उसने भविष्य में फ्यूचर रिटेल को खरीदने की योजना तैयार की थी. लेकिन इस बीच फ्यूचर रिटेल ने रिलायंस के साथ सौदा कर लिया था.
क्यों कर्ज चुकाने में विफल रहा फ्यूचर समूह?
फ्यूचर रिटेल पर 29 लेंडर्स के एक कंसोर्टियम का 17,000 करोड़ रुपये का कर्ज है. वहीं फ्यूचर ग्रुप पर कुल कर्ज 30,000 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
रिलायंस के साथ सौदे से मिलने वाले पैसे से एफआरएल अपना कर्ज चुकाने चाहता था. हालांकि, अब रिलायंस के साथ सौदा खत्म होने के बाद एफआरएल ने बैंक ऑफ इंडिया के कर्ज के भुगतान में चूक कर दी. इसके बाद इस साल अप्रैल में बैंक एफआरएल के खिलाफ एनसीएलटी में गया था.
वहीं, 12 मई को अमेजन ने दिवाला एवं ऋणशोधन अक्षमता संहिता की धारा 65 के तहत इस मामले में हस्तक्षेप की अपील दायर की थी.
अमेजन ने कंपनी के खिलाफ दिवाला कार्रवाई का विरोध करते हुए कहा था कि बैंक ऑफ इंडिया और एफआरएल के बीच साठगांठ है. अमेजन ने कहा था कि अभी इस मामले में दिवाला कार्रवाई शुरू करना उसके अधिकारों के साथ ‘समझौता’ होगा.
किशोर बियानी ने 35 साल पहले शुरू किया था सफर
किशोर बियानी को भारत में आधुनिक रिटेल का फादर कहा जाता है. फ्यूचर ग्रुप की फ्यूचर रिटेल के माध्यम से रिटेल बिजनेस का एक पूरा साम्राज्य खड़ा किया.
किशोर बियानी का जन्म 1961 में मुंबई के एक कपड़ा व्यापारी के घर हुआ. बियानी ने 1980 के दशक में मुंबई में स्टोन वॉश डेनिम फैब्रिक को बेचने से अपना कारोबारी सफर शुरू किया था.
उसके बाद उन्होंने 1987 में Erstwhile Manz Wear नाम से रिटेल बिजनेस शुरू किया. बाद में Erstwhile Manz Wear का नाम बदलकर पैंटालून्स कर दिया गया. 1992 में पेंटालून को शेयर बाजार में लिस्ट किया.
रिटेल के अंदर
नयी दिल्ली, रिटेल के अंदर रिटेल के अंदर चार फरवरी (भाषा) फ्यूचर रिटेल लिमिटेड ने कहा कि सेबी द्वारा उसके अध्यक्ष किशोर बियानी और कुछ अन्य प्रवर्तकों को प्रतिभूति बाजार से एक साल तक प्रतिबंधित करने का रिलायंस के साथ 24,713 करोड़ रुपये के सौदे पर ‘‘कोई असर नहीं’’ होगा। कंपनी ने यह भी बताया कि किशोर बियानी, कुछ अन्य प्रवर्तकों और फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड (एफसीआरपीएल) ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा बुधवार को दिए आदेश के खिलाफ अपील करने की योजना बनाई है। फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (एफआरएल) ने बुधवार देर रात शेयर बाजारों के बताया, ‘‘आदेश का कंपनी की योजनाओं पर कोई असर नहीं होगा। हम समझते हैं कि रिटेल के अंदर संबंधित पक्ष अपील करने के लिए अपने वैधानिक अधिकार का इस्तेमाल कर इस रिटेल के अंदर आदेश को चुनौती देंगे।’’ फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्स प्राइवेट लिमिटेड (एफसीआरपीएल) ने एक अलग बयान में कहा कि सेबी के आदेश में किसी भी निकट योजना के तहत प्रतिभूतियों के लेनदेन को बाहर रखा गया है। बयान में आगे कहा गया, ‘‘इसलिए, सेबी के आदेश से रिलायंस समूह के साथ चल रही योजना को रिटेल के अंदर आगे बढ़ाने में कोई बाधा नहीं आएगी।’’ सेबी ने बुधवार को भेदिया कारोबार के लिए किशोर बियानी और फ्यूचर रिटेल लि. (एफआरएल) के कुछ अन्य प्रवर्तकों पर प्रतिभूति बाजार में कारोबार पर एक साल की रोक लगा दी थी। बियानी फ्यूचर रिटेल लि. (एफआरआर) के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक हैं। बियानी के अलावा फ्यूचर कॉरपोरेट रिसोर्सेज प्राइवेट लि., अनिल बियानी और एफसीआरएल एम्पलाइज वेलफेयर ट्रस्ट पर प्रतिबंध लगाया है। इसके अलावा नियामक ने किशोर बियानी, अनिल बियानी और फ्यूचर रिसोर्सेज पर एक-एक करोड़ रुपये का जुर्माना भी लगाया तथा उनसे गलत तरीके से कमाए गए 17.78 करोड़ रुपये के लाभ को लौटाने को कहा गया।
Reliance Retail ने Future Group के प्रमुख कारोबार 24,713 करोड़ रुपये में खरीदे, जानिये सौदे की खास बातें
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेट (RIL) की सब्सिडियरी कंपनी रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) ने शनिवार को घोषणा की है कि वह फ्यूचर ग्रुप के खुदरा व थोक कारोबारों तथा रसद और भण्डारण कारोबारों का अधिग्रहण कर रही है। आरआरवीएल रिटेल के अंदर यह अधिग्रहण 24,713 करोड़ रुपये में कर रही है। रिलायंस रिटेल की डायरेक्टर ईशा अंबानी ने इस मौके पर कहा कि वह फ्यूचर ग्रुप के ब्रांड्स को एक नया आशियाना देकर खुश हैं। अरबपति किशोर बियानी के स्वामित्व वाले फ्यूचर ग्रुप में सुपरमार्केट चेन बिग बाजार, अपमार्केट फूड स्टोर्स फूडहॉल और क्लोथिंग चेन ब्रांड फैक्ट्री शामिल है। रिलायंस रिटेल का कहना है कि इस सौदे से रिलायंस रिटेल को इस समय में लाखों छोटे व्यापारियों की आय में वृद्धि करने में मदद मिलेगी। रिलायंस रिटेल वेंचर्स रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह का हिस्सा है। रिलांयस इंडस्ट्रीज अपने मार्च 2021 के लक्ष्य से कई महीने पहले जून 2020 में ही कर्ज मुक्त हो गई थी।
फ्यूचर ग्रुप का रिटेल बिजनेस जल्द खरीदने जा रही है रिलायंस
नई दिल्ली. रिलायंस इंडस्ट्रीज जल्द ही फ्यूचर ग्रुप का रिटेल बिजनेस खरीद लेगी. बताया जा रहा है कि मुकेश अंबानी और किशोर बियानी के बीच ये डील अपनी फाइनल स्टेज में है.
मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज कोरोना काल में हर दिन चर्चा में बनी रह रही है. कभी तमाम कंपनियों के निवेश के लिए तो कभी नए-नए रिकॉर्ड बनाने के लिए. एक बार फिर रिलायंस इंडस्ट्रीज चर्चा में है, और इस बार भी वह एक बड़ी डील है. कहा जा रहा है कि रिटेल कारोबार में अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए मुकेश अंबानी अब किशोर बियानी की अगुवाई वाले फ्यूचर ग्रुप में हिस्सेदारी खरीदने की तैारी कर रहे हैं.
बल्कि ये कहना ज्यादा सही होगा कि मुकेश अंबानी अब फ्यूचर ग्रुप को खरीदने वाले हैं. खबर तो ये भी है कि दोनों कारोबारियों के बीच ये डील अपने आखिरी चरण में है.