Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख

माइकल पात्रा, RBI के डिप्टी गवर्नर
मोदी सरकार को Madras High Court का नोटिस, 8 लाख से कम आय वाला गरीब तो 2.5 लाख पर इनकम टैक्स क्यों?
मद्रास हाईकोर्ट (Madras High Court) की मदुरै बेंच ने इनकम टैक्स (Income Tax) को लेकर केंद्र से पेचीदा सवाल का जवाब मांगा है। मद्रास हाईकोर्ट (Madras High Court) में इस बाबत एक याचिका दाखिल की गई है। इसमें इनकम टैक्स वसूली के मौजूदा प्रावधान को चुनौती दी गई है।
नई दिल्ली। मद्रास हाईकोर्ट (Madras High Court) की मदुरै बेंच ने इनकम टैक्स (Income Tax) को लेकर केंद्र से पेचीदा सवाल का जवाब मांगा है। मद्रास हाईकोर्ट (Madras High Court) में इस बाबत एक याचिका दाखिल की गई है। इसमें इनकम टैक्स वसूली के मौजूदा प्रावधान को चुनौती दी गई है। याचिका के अनुसार, इनकम टैक्स वसूली के लिए बेस इनकम 2.5 लाख रुपये है, जबकि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) को रिजर्वेशन के लिए सालाना इनकम सीमा 8 लाख रुपये रखी गई है।
केंद्रीय बजट 2022 में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार कर सकती है बड़ा एलान, पढ़ें क्या हो सकता है सरकार रूख
नई दिल्ली. केंद्रीय बजट Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख 2022 (Unino Budget 2022) को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) आगामी 1 फरवरी यानि कल पेश करेंगी. इस बजट में जहां आम लोगों को कई तरह की सौगातों की उम्मीद होगी. इकोनॉमी Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख को मजबूत करने के लिहाज से लिए गए फैसलों की उम्मीद की जा रही है तो वहीं भारत में क्रिप्टोकरेंसी के भविष्य को लेकर भी एलान हो सकता है. क्योंकि अभी तक सरकार ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर कोई फैसला नहीं ले सकी है. वहीं दूसरी ओर आरीबीआई क्रिप्टोकरेंसी के खतरों को लेकर आगाह भी कर चुका है. जबकि कई सारे निवेशकों से पिछले Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख दिनों क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर ठगी की शिकायतें भी आई हैं.
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क्रिप्टोकरेंसी को लेकर RBI की सख्ती से चिंता में सरकार
राज एक्सप्रेस। क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एक ऐसी करेंसी है, जो ज्यादातर सुर्ख़ियों में बनी रहती है। इसको लेकर कई नियम निर्धारित किए गए हैं। इसे जोखिम भरी करेंसी भी माना जाता है। क्योंकि, कई देशों में इसे इल्लीगल माना जाता है। क्रिप्टोकरेंसी में सबसे ज्यादा नाम जो सुना जाता है वो बिटकॉइन (Bitcoin) का है। भारत में भी अगले साल तक डिजिटल करेंसी आने की बात चर्चा में Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख चल रही है, लेकिन अब भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बरती जा रही सख्ती को Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख देखकर सरकार चिंता में नजर आरही है। इस बारे में RBI के डिप्टी गवर्नर माइकल पात्रा ने अपने विचार रखे।
Cryptocurrency बढ़िया या खराब? नहीं कर पा रहे तय तो जानिए प्रमुख देशों और बैंकों का क्या है रुख
नई दिल्ली: अमेरिका (US) अब (cryptocurrency) को लेकर निर्णायक मोड में पहुंचता दिख रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने बुधवार को राजस्व विभाग, वाणिज्य विभाग और अन्य प्रमुख एजेंसीज को एक आदेश जारी किया। इस आदेश में क्रिप्टोकरेंसी की भूमिका की जांच की बात कही गई। साथ ही अमेरिकी केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी (US CBDC) लाने के फायदे और नुकसानों का अनुमान लगाने के लिए भी Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख कहा गया है। भारत की बात करें तो यहां एक फरवरी को पेश हुए देश के केंद्रीय बजट में वर्चुअल डिजिटल एसेट्स (VDAs) के ट्रांसफर से प्राप्त Cryptocurrency को लेकर क्या है केंद्र सरकार का रुख आय पर 30 फीसद टैक्स लगाने और 1 फीसद टीडीएस काटने का प्रस्ताव लाया गया। दिलचस्प बात यह है कि इसके बावजूद क्रिप्टोकरेंसीज की कीमतों में उछाल आया है और क्रिप्टो प्लेटफॉर्म्स पर इन्वेस्टर्स साइन-अप्स में 30 से 50 फीसद की बढ़ोतरी देखने को मिली है। ट्रांजेक्शंस वॉल्यूम्स में भी इजाफा हुआ है।
कैसे मैंने अपने बरसों पुराने साइनस को घरेलू नुस्खों से किया ठीक
लखनऊ के रहने वाले 70 साल के जगजीत सिंह हमेशा से खुशमिजाज, सकारात्मक सोच के मालिक हैं । जिंदगी को जम कर जीना उनकी आदत है और यही सकारात्मकता और बहादुरी उनका शस्त्र बनीं और जो भी बीमारियों परेशानिया उनके जीवन में आई उन्होंने मुकाबला किया और अपनी पुरानी जिंदगी की तर्ज से फिर से सुर ताल बैठा ली। इनकी प्ररेणादयाक कहानी उनलोगों को जरूर जाननी चाहिए जिन्होंने जिंदगी से मुंह मोड़ लिया है। https://bit.ly/3SSJ1zr
70 साल के जगजीत सिंह पेश से बिजनेस मैन हैं। उनका रियल स्टेट का बिजनेस है। इसके अलावा लखनऊ में उनका कल्याण लॉन के नाम से लॉन भी चलता है। बहुत ही छोटी सी फैमिली है,उनके संसार में सिर्फ उनकी पत्नी और एक भतीजा है। जगजीत सिंह और उनकी पत्नी एक दूसरे के पूरक हैं। उम्र का तकाजा ऐसा है कि वो बल्ड प्रेशर की बीमारी से पीड़ित हो गए। घर में अकेले होने के कारण सारा बिजनेस उन्हें ही संभालना पड़ता है। काम के प्रेशर और जिम्मेदारियों ने उनके बल्ड प्रेशर को बढ़ा दिया। इसके साथ ही वो लंबे वक्त से साइनस की बीमारी से भी पीड़ित थे। जैसे जैसे उम्र बढ़ रहा था वैसे वैसे बीमारियों को सहने की ताकत भी खत्म होने लगी थी। अब जगजीत जी ने लखनऊ पीजीआई का रुख किया।पीजीआई से इलाज जारी रहा बीपी कुछ हद तक कंट्रोल रहने लगा लेकिन इन दवाईयों ने अपना साइड इफेक्ट्स भी दिखाना शुरू कर दिया। अंग्रेजी दवाईयों ने उनके लीवर को क्षति पहुंचाना शुरू कर दिया। https://bit.ly/3QYYbkI