क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान

डॉगेकॉइन में अच्छी शाइन देखने को मिल रही है और 8 फीसदी से ज्यादा की तेजी के साथ 0.08137 डॉलर पर कारोबार कर रहा है. वैसे एक सप्ताह में इसमें करीब 9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट है. लाइट कॉइन बाकी टोकन के मुकाबले अच्छा रिकवर हुआ है. आज इस करेंसी में 28.32 फीसदी की तेजी आई हुई है और बीते एक सप्ताह में 33.55 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है.
क्रिप्टोकरेंसी में नुकसान उठाने से कैसे बचें, जानिए क्या हैं एक्सपर्ट्स के सुझाव
क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है। इसके साथ ही इनमें पैसा कमाने और गंवाने के भी मौके रहते हैं। अगर आप किसी सेलेब्रिटी के ट्वीट पर इनवेस्टमेंट कर रहे हैं या खुद को एक्सपर्ट्स बताने वाले किसी व्यक्ति की सलाह पर चल रहे हैं, तो आपको नुकसान हो सकता है। यहां आपको उन गल्तियों के बारे में बताया जा रहा है जिनसे आपको क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट करने पर बचना चाहिए।
एक्सपर्ट्स की सलाह पर पूरा भरोसा न करें, अपनी रिसर्च भी जरूरी
आपको कई ऑनलाइन साइट्स पर क्रिप्टो एक्सपर्ट्स की सलाह मिल जाएगी। आपको शायद यह जानकर हैरानी होगी किसी वास्तव में कोई क्रिप्टो एक्सपर्ट्स नहीं हैं। क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान क्रिप्टोकरेंसीज में उतार-चढ़ाव बहुत अधिक होता है और इनके प्राइसेज का सही अनुमान नहीं लगाया जा सकता। इस वजह से खुद रिसर्च करनी चाहिए।
क्रिप्टोकरेंसी से करते हैं कमाई तो हो जाएं सावधान, ऐसे हुआ करोड़ों का नुकसान
TV9 Bharatvarsh | Edited By: Neeraj Patel
Updated on: Nov 23, 2022 | 12:35 PM
भले ही आज क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrencies Market) में तेजी देखने को मिल रही हो, लेकिन बीते कुछ दिन क्रिप्टो मार्केट के लिए अच्छे नहीं रहे हैं. जब से एफटीएक्स मामला (FTX Case) सामने आया है, जब से क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान इस मार्केट में काफी गिरावट आ चुकी है. बीते एक हफ्ते की बात करें तो दुनिया की टॉप 50 क्रिप्टो में से 8 करेंसी ऐसी हैं, जिनमें 10 फीसदी या उससे ज्यादा की गिरावट देखने को मिल चुकी है. इस लिस्ट में पोल्काडॉट, यूनिस्वैप और सोलाना जैसे टोकंस के भी नाम है. वैसे आज क्रिप्टो मार्केट 4 फीसदी से ज्यादा की उछाल के साथ कारोबार कर रहा है और बिटकॉइन, इथेरियम बीएनबी जैसी वर्चुअल करेंसी 5 फीसदी से ज्यादा के उछाल के साथ कारोबार कर रही है.
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क्रिप्टो करेंसी की कब हुई थी शुरुआत, क्या हैं क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान इसके फायदे और नुकसान, समझिए पूरा हिसाब
TV9 Hindi | Edited By: क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान रोहित ओझा
Updated on: Dec 23, 2020 | 9:13 AM
डिजिटल होती दुनिया में हर चीज वर्चुअल होती जी रही है. डिजिटल पेंमेट की सुविधा ने लोगों की लाइफ को काफी आसान बना दिया है. डिजिटल होते इस वर्ल्ड में क्रिप्टो करेंसी का क्रेज बढ़ गया है. दुनिया के हर एक देश की अपनी मुद्रा है. जैसे-भारत में रुपया, अमेरिका में डॉलर और ब्रिटेन में पाउंड. लेकिन इन दिनों जिस क्रिप्टो करेंसी का जलवा है, ये डिजिटल करेंसी है. इसे आप छू नहीं सकते, लेकिन हां अमीर जरूर हो सकते हैं. आइए अब समझ लेते हैं इस क्रिप्टो करेंसी का पूरा हिसाब.
जापान के एक इंजीनियर ने की थी शुरुआत
सबसे पहले साल 2009 में क्रिप्टो करेंसी की शुरुआत हुई थी, जो बिटकॉइन थी. जापान के इंजीनियर सतोषी नाकमोतो ने इसे बनाया था. शुरुआत में इसे कोई खास सफलता क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान नहीं मिली, लेकिन धीरे-धीरे इसकी कीमत आसमान छूने लगी और ये पूरी दुनिया में छा गया.
क्रिप्टो करेंसी के कई फायदे हैं और इसके नुकसान भी हैं. पहला फायदा ये है कि डिजिटल करेंसी होने के कारण धोखाधड़ी की गुंजाइश ना के बराबर है. दूसरा ये कि इसकी कोई नियामक संस्था नहीं है. इसलिए नोटबंदी या करेंसी के अवमूल्यन जैसी स्थितियों असर इसपर नहीं पड़ता. क्रिप्टोकरेंसी में मुनाफा अधिक होता है और ऑनलाइन खरीदारी से लेन-देन आसान होता है. इसका सबसे बड़ा नुकसान है कि वर्चुअल करेंसी में भारी उतार-चढ़ाव आपके माथे पर पसीना ला देगा.
एक रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच साल में बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करेंसी एक ही दिन में बिना किसी चेतावनी के 40 से 50 प्रतिशत गिर गई थी. इसका सबसे बड़ा नुकसान ये होता है कि वर्चुअल करेंसी होने के कारण इसमें सौदा जोखिम भरा होता है. इस करेंसी का इस्तेमाल ड्रग्स सप्लाई और हथियारों की अवैध खरीद-फरोख्त जैसे अवैध कामों के लिए किया जा सकता है. , इसका एक और नुकसान यह है कि यदि कोई ट्रांजेक्शन आपसे गलती से हो गया तो आप उसे वापस नहीं मंगा सकते हैं.
क्रिप्टोकरेंसी हैकिंग से होने वाला नुकसान इस साल 7 महीनों में 60% बढ़ा
इस वर्ष जुलाई तक ऐसे मामलों से लगभग 1.9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है
खास बातें
- DeFi प्रोटोकॉल्स से चोरी हुए फंड्स में काफी बढ़ोतरी हुई है
- हैकिंग के अधिकतर मामलों में उत्तर कोरिया के हैकर्स जिम्मेदार थे
- DeFi एप्लिकेशंस की बड़ी संख्या Ethereum ब्लॉकचेन पर है
क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े हैकिंग के मामलों से होने वाला नुकसान इस साल के शुरुआती सात महीनों में लगभग 60 प्रतिशत बढ़ा है. इस वर्ष जुलाई तक ऐसे मामलों से लगभग 1.9 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है. पिछले वर्ष की समान अवधि में यह नुकसान लगभग 1.2 अरब डॉलर का था. डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) प्रोटोकॉल्स से चुराए गए फंड्स में काफी बढ़ोतरी हुई है.
ब्लॉकचेन एनालिसिस फर्म Chainalysis ने एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि हैकर्स के अटैक पर जल्द लगाम लगने की संभावना कम है. इस महीने के पहले सप्ताह में क्रॉस-चेन ब्रिज Nomad की हैकिंग में लगभग 19 करोड़ डॉलर और कई Solana वॉलेट्स की हैकिंग से लगभग 50 लाख क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान डॉलर का फंड चुराया गया है. Chainalysis ने बताया, "DeFi प्रोटोकॉल्स की हैकिंग का रिस्क अधिक होता है क्योंकि उनके ओपन सोर्स कोड से सायबर अपराधियों को सेंध लगाने में मदद मिलती है." Reuters की रिपोर्ट के अनुसार, DeFi प्रोटोकॉल्स की हैकिंग के अधिकतर मामलों में उत्तर कोरिया के Lazarus Group जैसे हैकर्स जिम्मेदार थे. इस वर्ष उत्तर कोरिया के हैकर्स के DeFi प्रोटोकॉल्स से लगभग एक अरब डॉलर की क्रिप्टोकरेंसी चुराने का अनुमान है.
खास बातें
- शीबा इनु, पॉलीगॉन, यूनिस्वैप, क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान लाइटकॉइन, चेनलिंक को भी नुकसान
- बिनेंस USD, USD कॉइन और टीथर क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान ने कमाया थोड़ा मुनाफा
- डॉजकॉइन, बिनेंस कॉइन और रिपल भी फायदे में
क्रिप्टोकरेंसी (क्रिप्टोकरेंसी के नुकसान Cryptocurrency) की कीमतों में अस्थिरता का दौर जारी है. दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने मंगलवार को 1.37 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया. भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार बिटकॉइन की कीमत 25,837 डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) है. अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन ने थोड़ी बड़ी गिरावट दर्ज की. Binance और CoinMarketCap के अनुसार 3.31 फीसदी की गिरावट के साथ बिटकॉइन 24,088 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था.
दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर क्रिप्टोकरेंसी ईथर (Ether) भी बिटकॉइन की राह पर चलती हुई दिखाई दी. गैजेट्स 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, 3.88 फीसदी के नुकसान के साथ ETH की कीमत वर्तमान में 2,055 डॉलर (लगभग 1.63 लाख रुपये) है.