भारत में ETF

निवेश करने वालों को मिलने वाला है नया ऑप्शन, जानें आपका क्यों लगाना चाहिए पैसा
केंद्र सरकार ने भारत के पहले कॉरपोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) की चौथी किस्त 2 दिसंबर को जारी कर दी है. लेटेस्ट भारत बॉन्ड ईटीएफ अप्रैल 2023 में मैच्योर हो रहा है.
केंद्र सरकार ने भारत के पहले कॉरपोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) की चौथी किस्त 2 दिसंबर को जारी कर दी है.
TV9 Bharatvarsh | Edited By: राघव वाधवा
Updated on: Dec 03, 2022 | 10:28 PM
केंद्र सरकार ने भारत के पहले कॉरपोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) की चौथी किस्त 2 दिसंबर को जारी कर दी है. लेटेस्ट भारत बॉन्ड ईटीएफ अप्रैल 2023 में मैच्योर हो रहा है. इन नए ईटीएफ में सब्सक्रिप्शन की इजाजत 8 दिसंबर तक होगी. Edelweiss AMC भारत बॉन्ड ईटीएफ को मैनेज कर रहा है. 2019 से, सरकार ने भारत बॉन्ड ईटीएफ की सीरीज लॉन्च की है. सरकार को भारत में ETF इसके लिए मजबूत डिमांड देखने को मिली है. क्योंकि इनमें कई फायदे मिलते हैं. आइए ऐसी पांच वजहों को जान लेते हैं, जिन्हें पढ़कर आप चौथी किस्त को सब्सक्राइब करना चाहेंगे.
ज्यादा रिटर्न
भारत बॉन्ड ईटीएफ में ग्रॉस यील्ड 7.5 फीसदी है. इसके अलावा टैक्स यील्ड का टेंटेटिव नेट करीब 6.9 फीसदी है.
स्थिरता और सुरक्षा
इसमें मैच्योरिटी फिक्स्ड होती है. इसे AAA रेटिंग वाली पब्लिक सेक्टर की कंपनियां जारी करती हैं. इसमें कम क्रेडिट रिस्क भारत में ETF के साथ स्थिर रिटर्न मिलता है.
लिक्विडिटी
आप किसी भी समय पर एक्सचेंज या AMC के जरिए एक निर्धारित बास्केट साइज में इसे खरीद या बेच सकते हैं. Edelweiss भारत बॉन्ड FoF भी लेकर आया है. इसकी मदद से रिटेल निवेशक म्यूचुअल फंड्स की तरह ही प्रवेश या बाहर निकल सकते हैं.
टैक्स के मोर्चे पर बेहतर
इसमें पारंपरिक निवेश विकल्पों के मुकाबले बेहतर टैक्स के नियम हैं. इसमें केवल 20 फीसदी की दर पर टैक्स लगाया जाता है. इसमें सरचार्ज शामिल नहीं है.
कम कीमत
ईटीएफ का एक्सपेंस रेश्यो 0.0005 फीसदी की दर पर बेहद कम है.
आपको बता दें कि चौथी किस्त के तहत सरकार ने 4,000 करोड़ रुपये के ग्रीन शू विकल्प यानी अधिक बोली आने पर उसे रखने के विकल्प के साथ 1,000 करोड़ रुपये की प्रारंभिक राशि जुटाने का प्रस्ताव रखा है. पिछले साल दिसंबर में सरकार ने 1,000 करोड़ रुपये की प्रारंभिक निर्गम राशि के साथ तीसरी किस्त जारी की थी। इस निर्गम को 6.2 गुना सबस्क्रिप्शन मिला था.
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वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) के सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि भारत बांड ईटीएफ की शुरुआत के बाद से इसे सभी श्रेणियों के निवेशकों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली है. भारत बांड ईटीएफ केवल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के एएए रेटिंग वाले बांड में निवेश करता है. भारत बॉन्ड ईटीएफ आपको म्यूचुअल फंड, ETF और बॉन्ड तीनों के फायदे देता है.
Bharat Bond ETF: सुरक्षित निवेश, अच्छा रिटर्न और देश निर्माण में योगदान! जानें खूबियां
Bharat Bond ETF: भारत सरकार का बॉन्ड होने की वजह से यह एक सुरक्षित निवेश है, इसमें अच्छा रिटर्न भी मिलेगा और इसके द्वारा आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं, क्योंकि इससे जुटाया पैसा PSU को कर्ज के रूप में दिया जाएगा.
aajtak.in
- नई दिल्ली ,
- 03 दिसंबर 2021,
- (भारत में ETF अपडेटेड 03 दिसंबर 2021, 10:13 AM IST)
- निवेश का एक और अच्छा मौका
- भारत बॉन्ड ईटीएफ आज खुलेगा
केंद्र सरकार भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) के तीसरे चरण को लॉन्च करने के लिए तैयार है. भारत बॉन्ड ETF का न्यू फंड ऑफर (NFO) निवेश के लिए आज यानी शुक्रवार को खुलेगा और 9 दिसंबर 2021 को बंद होगा.
भारत सरकार का बॉन्ड होने की वजह से यह एक सुरक्षित निवेश है, इसमें अच्छा रिटर्न भी मिल सकता है और इसके द्वारा आप राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका भी निभा सकते हैं, क्योंकि इससे जुटाया पैसा सरकारी कंपनियों (PSU) के बॉन्ड में लगेगा, यानी एक तरह से उन्हें कर्ज के रूप में दिया जाएगा.
भारत बॉन्ड ETF के इस न्यू फंड ऑफर (NFO) का बेस साइज 1,000 करोड़ रुपये का होगा. हालांकि इसके साथ एक ओपन ग्रीनशू ऑप्शन भी है, जिसका साइज करीब 4,000 करोड़ रुपये होगा. इस तरह केंद्र सरकार इस NFO के जरिए सरकारी कंपनियों को फंडिंग मुहैया कराने के लिए करीब 5,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है.
क्या है भारत बॉन्ड ETF?
ETF का पूर्ण रूप होता है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड. भारत बॉन्ड ETF भी एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है. ETF, म्यूचुअल फंड जैसे होते हैं, लेकिन ईटीएफ को किसी शेयर की तरह स्टॉक एक्सचेंजों से खरीदा या बेचा जा सकता है. फिलहाल यह ETF सिर्फ ट्रिपल ‘AAA’ रेटिंग वाली पब्लिक सेक्टर कंपनियों के बॉन्ड में ही निवेश करता है. इसीलिए इसे ज्यादा सुरक्षित माना जा रहा है.
यह नया ETF 10 साल की अवधि के बाद मैच्योर होगा. यह 10 साल की अवधि अप्रैल 2032 में पूरी होगी. इसीलिए इस ETF को Bharat Bond ETF April 2032 नाम दिया गया है. इसमें सभी तरह के निवेशक निवेश कर सकते हैं.
क्या हैं खूबियां?
इस फंड के मैनेजमेंट की लागत बहुत कम, सालाना 0.0005 फीसदी है. यानी 2 लाख रुपये तक के निवेश पर भी अधिकतम खर्च 1 रुपये का ही है. यह फिक्स्ड मैच्योरिटी वाली योजना है, इसलिए इससे आप स्थायी रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं.
इस बॉन्ड में आप न्यूनतम 1,000 रुपये या उसके गुणक में निवेश कर सकते हैं. इसके लिए नेट बैंकिंग या यूपीआई से पेमेंट किया जा सकता है.भारत में ETF
कैसे कर सकते हैं निवेश
आप अपने ब्रोकरेज के द्वारा डीमैट अकाउंट से या वेबसाइट लिंक https://www.bharatbond.in/ या https://www.edelweissmf.com/nfo/edelweiss-etf-bharat-bond-2032.html पर जाकर सीधे निवेश कर सकते हैं. इसके अलावा आप फॉर्म भरकर भारत में ETF ऑफलाइन भी निवेश कर सकते हैं. अगर ऑफलाइन पेमेंट करना चाहते हैं तो आपको एप्लीकेशन फॉर्म के साथ एक चेक जमा करना होगा. आप NEFT/RTGS के द्वारा भी पेमेंट कर सकते हैं.
कितना मिल सकता है रिटर्न?
Edelweiss म्यूचुअल फंड के मुताबिक भारत बॉन्ड ईटीएफ में मैच्योरिटी होने पर (April 2032) में आप टैक्स घटाने के बाद सालाना औसत रिटर्न 6.37 फीसदी का हासिल कर सकते हैं, जबकि दूसरे बॉन्ड जैसे परंपरागत निवेश में आपको टैक्स भारत में ETF के बाद करीब 3.98 फीसदी का ही रिटर्न हासिल होता है. यह रिटर्न आपको मैच्योरिटी पर एकमुश्त मिलता है, हर साल नहीं.
निवेश की बात: आज से खुली भारत बॉन्ड ETF की तीसरी सीरीज, यहां समझें ये क्या है और इसमें पैसा लगाएं या नहीं
भारत बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) की तीसरी सीरीज आज से निवेश भारत में ETF भारत में ETF के लिए खुल गई है। ये न्यू फंड ऑफर (NFO) 9 दिसंबर को बंद होगा। भारत बॉन्ड ETF 15 अप्रैल 2032 में मैच्योर होगा। यह 10 साल वाला प्रोडक्ट है। इसके जरिए 5,000 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है। हम आपको इस ETF के बारे में और इसमें निवेश करना कैसा रहेगा ये बता रहे हैं।
क्या होता है भारत बॉन्ड ETF?
भारत बॉन्ड ईटीएफ एक एक्सचेंज ट्रेडेड फंड है जो वर्तमान में केवल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के 'एएए' रेटेड बॉन्ड में निवेश करता है। भारत बॉन्ड ईटीएफ की दूसरी सीरीज जुलाई 2020 में लॉन्च की गई थी और लगभग 11,000 करोड़ जुटाए थे। यह 3 गुना से ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था। वहीं दिसंबर 2019 में अपनी पहली सीरीज यानी डेब्यू ऑफर में ETF ने करीब 12,400 करोड़ रुपए जुटाए थे।
भारत बॉन्ड ETF का प्रबंधन एडलवाइस म्यूचुअल फंड करती है। भारत बॉन्ड ETF में कम से कम 1,000 रुपए और इसके मल्टीपल में निवेश किया जा सकता।
इसमें कितना मिलेगा रिटर्न?
अगर आप मैच्योरिटी यानी 2032 तक इससे जुड़े रहेंगे तो आपको निवेश पर 6.87% का रिटर्न मिल सकता है। वहीं अगर आप बीच में इससे बाहर निकलते हैं तो आपको उस समय के हिसाब से रिटर्न मिलेगा।
इसमें कैसे कर सकते हैं निवेश?
भारत बॉन्ड ETF की खरीद-फरोख्त एक्सचेंज में होती है। इसमें निवेश के लिए ट्रेडिंग और डीमैट अकाउंट होना जरूरी है।
इससे आकर्षक रिटर्न की उम्मीद नहीं करनी चाहिए
पर्सनल फाइनेंस एक्सपर्ट और ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के संस्थापक व सीईओ पंकज मठपाल कहते हैं कि 'ये एक तरह का डेट फंड है जो कि सरकारी कंपनियों के AAA रेटिंग वाले बांड में निवेश करेगा। डेट इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो को स्थिरता प्रदान करता है, लेकिन इससे निवेशकों को आकर्षक रिटर्न की उम्मीद नहीं करनी चाहिए।
यह फंड सरकारी कंपनियों के बॉन्ड में निवेश करेगा इसलिये क्रेडिट रिस्क की संभावना ना के बराबर है। हालांकि, RBI की ब्याज दरों में बदलाव का असर दूसरे डेट फंड की तरह इस फंड के रिटर्न पर भी पड़ेगा।
'AAA' रेटिंग वाली सरकारी कंपनियों में पैसा लगाने का मौका, आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा Bharat Bond ETF
Bharat Bond ETF का चौथा चरण आज सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने जा रहा है। कोई भी निवेशक 8 दिसंबर तक इसमें पैसे लगा सकता है। इससे मिलने वाले पैसे का उपयोग सरकारी कंपनियों की ओर से पूंजीगत व्यय करने के लिए किया जाता है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Bharat Bond ETF भारत के पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड ईटीएफ 'भारत बॉन्ड' के चौथे चरण को भारत सरकार शुक्रवार को लॉन्च करने जा रही है। इस ईटीएफ का प्रबंधन करने वाली कंपनी एडलवाइस म्यूचुअल फंड की ओर से बताया गया कि यह ईटीएफ आम लोगों के लिए 2 दिसंबर से लेकर 8 दिसंबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा। इस ईटीएफ से मिलने वाले पैसे का इस्तेमाल सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज (CPSEs) की भारत में ETF ओर से पूंजीगत खर्च को करने के लिए किया जाएगा।
Bharat Bond ETF की कब होगी मैच्योरिटी
जानकारी के अनुसार, भारत बॉन्ड ईटीएफ के चौथे चरण में जारी किए जाने वाले बॉन्ड की अवधि अप्रैल 2033 तक पूरी होगी। चौथे चरण में सरकार की ओर से 1000 करोड़ रुपये के बेस के साथ 4000 करोड़ रुपये के ग्रीन शो ऑप्शन के जरिए पैसे जुटाए जा रहे हैं।
पहले मिला था बंपर रिस्पांस
पिछले साल दिसंबर में भी सरकार की ओर से तीसरे चरण के भारत बॉन्ड ईटीएफ सब्सक्रिप्शन के लिए लाए गए थे, जिन्हें जनता की ओर से बंपर रिस्पांस मिला था और 1,000 करोड़ रुपये का बेस इशू 6.2 गुना सब्सक्राइब हुआ था।
2019 में हुआ था पहली बार लॉन्च
2019 में पहली बार भारत बॉन्ड ईटीएफ को लॉन्च किया गया था, जिसमें पहले चरण में 12,400 करोड़ रुपये, दूसरे में 11,000 करोड़ रुपये और तीसरे चरण में 6,200 करोड़ रुपये जुटाए थे। अब तक कुल तीन चरणों में भारत बॉन्ड ईटीएफ से 29,600 करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं।
वित्त मंत्रालय से दीपम सचिव तुहिन कांत पांडेय ने कहा कि भारत बॉन्ड ईटीएफ को 2019 में लॉन्च किया गया था। भारत में ETF सभी प्रकार की कैटेगरी में निवेशकों की ओर से इसे अच्छा रिस्पांस मिल रहा है। पीएसयू बॉन्ड में पैसे लगाने के लिए ये निवेशकों को अवसर प्रदान करता है।
Bharat Bond ETF का AUM 50,000 करोड़ के पार
भारत बॉन्ड ईटीएफ से मिलने वाले पैसे का उपयोग केवल 'AAA'- रेटिंग वाली पीएसयू कंपनियों में किया जाता है। इसका Asset Under Management (AUM) 50,000 करोड़ के पार जा चुका है। अब तक 2023, 2025, 2030, 2031 और 2032 की मैच्योरिटी वाले बॉन्ड निकाले जा चुके हैं।
निवेशकों के लिए फायदे का सौदा
भारत बॉन्ड ईटीएफ उन निवेशकों के भारत में ETF लिए फायदे का सौदा है, जो कि एफडी के मुकाबले उच्च ब्याज दर पाने के लिए थोड़ा अधिक जोखिम लेना चाहते हैं। डेट फंड होने के कारण तीन साल से अधिक रखने पर निवेशकों को टैक्स बेनिफिट भी मिलता है।