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समर्थन मूल्य का विकल्प

समर्थन मूल्य का विकल्प

सीएम ने की खरीदी की शुरुआत: धान के बाद अब समर्थन मूल्य में अरहर, मूंग व उड़द की खरीदी शुरू

प्रदेश के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग और उड़द की फसल की समर्थन मूल्य में खरीदी की शुरुआत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को अपने निवास कार्यालय से ऑनलाइन की। मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीदी से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वे अरहर, मूंग एवं उड़द की फसल बेच सकेंगे।

छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित (मार्कफेड) के माध्यम से अरहर एवं उड़द की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य 6600 रुपए प्रति क्विंटल और मूंग की फसल 7755 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की जाएगी। नारायणपुर जिले में अरहर, उड़द एवं मूंग की खरीदी समर्थन मूल्य का विकल्प सहकारी विपणन संघ शांतिनगर में की जाएगी।

31 अक्टूबर तक ऐसे कराएं पंजीयन

योजना का लाभ लेने के लिए इन फसलों की बुवाई करने वाले किसान अपने क्षेत्र के ग्रामीण कृषि समर्थन मूल्य का विकल्प विस्तार अधिकारियों से सेवा सहकारी समितियों में आवेदन पत्र के साथ ऋण पुस्तिका के समर्थन मूल्य का विकल्प साथ बी-1 बी-2 आधारकार्ड एवं बैंक पासबुक की छायाप्रति जमा कर kisan.cg.nic.in पोर्टल पर पंजीयन करवा सकते हैं। अंतिम तिथि 31 अक्टूबर है।

उड़द और मूंग की खरीदी 16 दिसंबर तक

किसानों की सुविधा को देखते हुए राज्य में 20 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इस वर्ष उड़द और मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर से 16 दिसम्बर तक और अरहर का उपार्जन आगामी वर्ष में 13 मार्च से 12 मई तक की अवधि में किया जाएगा। किसानों से अरहर 4 क्विंटल., मूंग 2 क्विंटल एवं उड़द 3 क्विंटल प्रति एकड़ की दर से समर्थन मूल्य में खरीदी की जाएगी।

राजीव गांधी किसान न्याय योजना के हितग्राहियों को मुख्यमंत्री ने किया 5 करोड़ 36 लाख रूपये का भुगतान

मुख्यमंत्री ने सोमवार को अपने निवास कार्यालय में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राज्य सरकार की तीन महत्वाकांक्षी योजनाओं-राजीव गांधी किसान न्याय योजना, गोधन न्याय योजना तथा राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना के तहत हितग्राहियों के खाते में राशि ऑनलाइन अंतरित की।

मुख्यमंत्री ने ’राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ की वर्ष 2021-22 की तीसरी किस्त के समर्थन मूल्य का विकल्प रूप में जिले के 6512 किसानों को कुल 5.36 करोड़ रुपए और गोधन न्याय योजना के 932 हितग्राहियों को एक लाख 90 हजार रूपए की राशि का ऑनलाइन भुगतान किया।

न्यूनतम समर्थन मूल्य के स्थान पर किस फसल के लिए उचित और पारिश्रमिक मूल्य की घोषणा की जाती है?

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छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर अरहर, मूंग और उड़द की खरीद शुरू

रायपुर, 17 अक्टूबर (भाषा) छत्तीसगढ़ सरकार ने सोमवार को समर्थन मूल्य पर अरहर, मूंग और उड़द फसल की खरीद की शुरूआत की। जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से ‘ऑनलाइन’ राज्य के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग और उड़द फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद की शुरूआत की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीद से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वह अरहर, मूंग और उड़द की फसल बेच

अधिकारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज यहां अपने निवास कार्यालय से ‘ऑनलाइन’ राज्य के 20 उपार्जन केंद्रों में अरहर, मूंग और उड़द फसल की समर्थन मूल्य पर खरीद की शुरूआत की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीद से किसानों की आय बढ़ेगी। किसानों के पास अब विकल्प होगा कि उन्हें जहां ज्यादा मूल्य मिलेगा वहां वह अरहर, मूंग और उड़द की फसल बेच सकेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी विपणन संघ (मार्कफेड) के माध्यम से अरहर और उड़द फसल की खरीद 6,600 रूपए प्रति क्विंटल की दर से तथा मूंग फसल की खरीद 7,755 रूपए प्रति क्विंटल की दर से की जाएगी।

उन्होंने बताया कि किसानों की सुविधा को देखते हुए राज्य में 20 उपार्जन केंद्र बनाए गए हैं। इस वर्ष उड़द और मूंग का उपार्जन 17 अक्टूबर 2022 से 16 दिसम्बर 2022 तक और अरहर का उपार्जन आगामी वर्ष में 13 मार्च 2023 से 12 मई 2023 तक की अवधि में किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि इस योजना के तहत पंजीकृत किसानों से अरहर प्रति एकड़ चार क्विंटल, मूंग दो क्विंटल तथा उड़द तीन क्विंटल की दर से समर्थन मूल्य में खरीद की जाएगी।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के इस निर्णय से राज्य में अरहर, मूंग और उड़द फसलों की बुवाई करने वाले किसानों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचेगा।

अधिकारियों ने बताया कि राज्य के जशपुर, सरगुजा, गरियाबंद, रायगढ़ और कोंडागांव जिले 122.01 हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, जांजगीर, रायगढ़, कबीरधाम, कोंडागांव और जशपुर जिले के 16.34 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग तथा कबीरधाम, जशपुर, बलरामपुर, राजनांदगांव और सरगुजा जिले के 120.31 हेक्टेयर क्षेत्र में अरहर की फसल का उत्पादन किया जाता है।

समर्थन मूल्य का विकल्प

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कृषि मूल्य ,समर्थन कार्यक्रम . .

कीमत की अधिकतम सीमा एक मूल्य तल : संतुलित मूल्य निर्धारण कोई विकल्प सही नहीं है।

Solution : सरकार द्वारा बाजार मूल्य में हस्तक्षेप, मूल्य तल (price floor) और .कीमत की अधिकतम सीमा के रूप में सामने आती है। कृषि मूल्य समर्थन कार्यक्रम, मूल्य तल का एक उदाहरण है। कृषि मूल्य तल के अंतर्गत, एक न्यूनतम अनुमत मूल्य जो सन्तुलन मूल्य से ऊपर निर्धारित किया जाता है, मूल्य तल कहलाता है। मूल्य तल द्वारा सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य से कम के मूल्य को रोकती है।

आज से शुरू होगा पंजीयन: समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने पर किसानों को पिछले साल से प्रति क्विंटल पर 85 रुपए ज्यादा मिलेंगे

जिले में इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं विक्रय करने पर किसानों को 85 रुपए ज्यादा दाम मिलेंगे। इस बार सरकार ने 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीदी करने का निर्णय समर्थन मूल्य का विकल्प लिया है। सरकार को गेहूं विक्रय करने के लिए किसानों को पंजीयन कराना होगा।

इसके लिए 25 जनवरी से पंजीयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। पंजीयन 20 फरवरी तक आयोजित किया जाएगा। जिले में इस बार समर्थन मूल्य खरीदी केंद्रों पर गेहूं की बंपर आवक होगी। क्योंकि अबकी बार जिले में रबी फसलों में सबसे ज्यादा फसल गेहूं की ही बोई गई है। इस बार मौसम के अनुकूल फसल दिखाई दे रही है। हालांकि पिछले कुछ दिनों में कुछ स्थानों पर गेहूं फसल में रोग देखने को मिले थे। लेकिन अब इस पर किसानों ने काबू पा लिया है। इस गेहूं फसल को समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए किसानों के पंजीयन की प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो जाएगी।

इसके तहत जिले की हर सोसायटियों को पंजीयन केंद्र बनाया गया है। पंजीयन केंद्रों पर सुबह 10 से शाम 6 बजे तक कराया जा सकेगा। किसानों को आवेदन के साथ आधार नंबर, समग्र आईडी, स्वयं का मोबाइल नंबर, राष्ट्रीयकृत बैंक या शेड्यूल बैंक का स्वयं का एकल खाता, बैंक शाखा का नाम, आईएफसी कोड, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी, भूमि खाते से संबंधित खसरा ऋण पुस्तिका आदि दस्तावेज लाना होंगे। पुराने पंजीकृत व नवीन पंजीकृत किसानों के लिए पंजीयन में विकल्प रहेंगे।

बोनस मिलेगा या नहीं इस पर संशय
समर्थन मूल्य पर उपज बेचने वाले किसानों को इस बार बोनस की राशि दी जाएगी या नहीं। इस पर संशय बना हुआ है, क्योंकि पिछले साल की प्रति क्विंटल के हिसाब से 160 रुपए की बोनस राशि किसानों को अभी तक नहीं दी गई है। इससे जिलेभर के करीब 56 हजार से अधिक किसान वंचित हैं। इस बार भी शासन की तरफ से कोई घोषणा नहीं की गई है कि किसानों को समर्थन मूल्य 1925 रुपए के अलावा बोनस के रूप में कितनी राशि दी जाएगी।

पिछले साल 1840 रुपए प्रति क्विंटल थे दाम
जानकारी के अनुसार इस बार किसानों से समर्थन मूल्य पर 1925 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीदी की जाएगी। यह राशि पिछले साल से 85 रुपए ज्यादा है। गत वर्ष 1840 रुपए प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीदी की गई थी। इस साल सरकार को गेहूं बेचने पर किसानों को ज्यादा दाम मिलेंगे।

ऑनलाइन होगा पंजीयन
2021-22 में न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपए प्रति क्विंटल पर गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन 25 जनवरी से शुरू करेंगे। जो कि 20 फरवरी तक चलेगा। जिला खाद्य अधिकारी शैलेष शर्मा ने बताया कि जिले सभी अधिकृत केंद्रों पर पंजीयन का काम शुरू होगा। भू-स्वामी किसान पंजीयन केंद्रों के अतिरिक्त कियोस्क, लोक सेवा केंद्र व गिरदावरी एप के माध्यम से भी पंजीयन किसान करा सकते हैं।

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